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आबकारी और पुलिस विभाग के साथ मारपीट करने वाले 24 आरोपित गिरफ्तार

कवर्धा। बीते माह 29 दिसंबर को जिले के सिंघनपुरी थाना क्षेत्र अंतर्गत ग्राम भेन्ड्रा नवागांव के बैगा पारा में शराब की अबैध कार्रवाई को पकड़ने गई आबकारी और पुलिस पर ग्रामीणों ने हमला किया था। लाठी- डंडे के हमले से कईअफसरों को चोटे भी आयी थी। इस पुरे मामले में टीम के साथ गए सिंघनपुरी थाना के प्रधान आरक्षक पेखेन्द्र जांगडे की आवेदन पर एफआईआर दर्ज किया गया था। लगभग 15 दिन बाद बुधवार को नक्सल प्रभावित थाना क्षेत्र सिंघनपुरी के ग्राम भेन्ड्रा नवागांव से 24 आरोपितों की गिरफ्तारी हुई है।

कवर्धा एएसपी मनीषा रावटे ने बताया कि गांव में सहसपुर लोहारा व सिंघनपुरी थाना समेत अन्य पुलिस बल गांव में आरोपितों को पकड़ने के लिए गए थे। देर शाम तक 21 पुरुष और तीन महिला को गिरफ्तार किया गया है। यह गांव बेहद संवेदनशील है। यहीं कारण है कि पुलिस की टीम में करीब 100 से अधिक जवान मौजूद है। यह गांव नक्सल प्रभावित गांव में भी आता है। गौरतलब है कि सिंघनपुरी थाना में 15- 20 अज्ञात महिला पुरुष के खिलाफ धारा 147, 148, 186, 323, 341, 353, 427, 506(बी) के तहत मामला दर्ज है।

यह था पूरा मामला

यह घटना नक्सल प्रभावित सिंघनपुरी जंगल थाना क्षेत्र के भेंड्रा में 29 दिसंबर सुबह साढ़े 10 बजे की है। आबकारी अफसरों को सूचना थी कि भेंड्रा नवागांव में केरपानी नदी किनारे भट्ठियों में महुआ शराब बनाई जा रही थी। सूचना पर आबकारी उपनिरीक्षक योगेश सोनी समेत 11 अन्य सिपाही सिंघनपुरी थाने पहुंचे। चूंकि नक्सल प्रभावित क्षेत्र है, इसलिए थाने से एक हेड कांस्टेबल और चार सीएएफ के जवानों को साथ लेकर कार्रवाई करने भेंड्रा नवागांव पहुंचे थे। गांव पहुंची टीम ने पाया कि केरपानी नदी किनारे सुलग रहे भट्ठियों पर महुआ शराब बन रही है। उस वक्त आसपास कोई नहीं था।

टीम के सदस्यों ने अवैध शराब की भट्ठियों को ध्वस्त किया। मौके से 100 लीटर महुआ शराब और एक हजार किलो महुआ लहान (सड़ाया हुआ महुआ) जब्त किया। कार्रवाई के बाद जब्त शराब को लेकर टीम लौट ही रही थी, तभी लाठी- डंडे लेकर ग्रामीणों की भीड़ ने उन पर हमला कर दिया और जब्त शराब को भी छीन लिया। हमला उस वक्त हुआ, जब टीम कार्रवाई कर लौट रही थी। हमला करने वालों में महिलाएं और बधो भी शामिल थे। हमला होने पर आबकारी और पुलिस की टीम किसी तरह जान बचाकर जंगल की ओर भागी। अफसरों से मारपीट के बाद ग्रामीणों ने सरकारी गाड़ियों में भी तोड़फोड़ की।

वाहन पर किया था तोड़फोड़

हमलावरों ने पुलिस की टीम के साथ-साथ उनके वाहनों की भी तोड़फोड़ किया था। वर्तमान में ये वाहन कवर्धा के आबकारी विभाग के कंट्रोल रूम पर खड़ा हुआ है। बता दे कि इन आरोपियों ने घटना के दिन धमकी देते हूये पुलिस टीम एंव आबकारी विभाग की टीम पर लाठी डंडा हाथ मु-ा कुल्हाडी से मारपीट किए थे। पुलिस टीम तथा आबकारी विभाग की टीम के सदस्य अपना बचाव करते हुये जंगल की तरफ भागे और अपना अपना जान बचाये। इसके बाद थाना से संपर्क किया गया।

इन आरोपियों द्वारा पीकप वाहन क्रमांक सीजी 08 एकएन 4718- वाहन बोलेरो क्रमांक सीजी-10-एबी-6531- स्कार्पियो सीजी 09-जेएफ-1600 को तोड फोड कर क्षतिग्रस्त कर दिये है। आबकारी टीम द्वारा जंगल से जप्त किये गये। कधाी शराब एवं शराब बनाने के बर्तन बरामद किया गया था ।जिसे उक्त ग्रामिण मौके से लेकर फरार हो गये थे।

लगातार कार्रवाई से नाराज थे आरोपी

बताया जा रहा है कि भेंड्रा नवागांव में केरपानी नदी किनारे अवैध तरीके से कधाी शराब बनाई जाती है। जिसको लेकर पहले भी तीन बार कार्रवाई की जा चुकी है। तीन माह पहले ही आबकारी टीम ने गांव में 170 लीटर कधाी शराब और एक क्विंटल महुआ लाहन जब्त किया था। बार- बार कार्रवाई होने के कारण ही आरोपी उग्र हुए। वहीं आबकारी विभाग के दावा था कि नए साल से पहले अवैध शराब पर कार्रवाई के निर्देश मिले थे।

नवागांव में पहले भी अवैध शराब पर कार्रवाई हुई है। नया साल आ रहा है, इसलिए अवैध तरीके से बेचने बड़ी मात्रा में कधाी शराब बनाई जा रही थी। मुखबिर की सूचना पर टीम कार्रवाई करने गई थी। वहीं दूसरी ओर गंभीर धारा लगने के बाद भी 15 दिन बाद गिरफ्तारी से भी पुलिस के कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े हो रहे है।

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