रामनवमी 2025 : कवर्धा में गूंजेगा जय श्रीराम, जानकी रमण मंदिर में भव्य उत्सव की तैयारी


आशु चंद्रवंशी,कबीरधाम। हर साल चैत्र नवरात्रि का आगमन रामभक्ति की अलख लेकर आता है, लेकिन इस वर्ष की रामनवमी कवर्धा वासियों के लिए और भी खास है। 30 मार्च 2025 से शुरू हुई चैत्र नवरात्रि का समापन 6 अप्रैल 2025, रविवार को रामनवमी के साथ होगा, और यह वही शुभ दिन है जब भगवान श्रीराम ने धरती पर अवतार लिया था।
यह अयोध्या के भव्य श्रीराम मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा के बाद दूसरी रामनवमी है, लेकिन श्रद्धा, उल्लास और उत्साह में यह किसी पहले उत्सव से कम नहीं होने जा रही। धर्मनगरी कचहरीपारा स्थित श्री जानकी रमण प्रभु देवालय में इस दिन को यादगार बनाने के लिए तैयारियां ज़ोरों पर हैं।
कोलकाता के फूलों से सजेगा राम मंदिर –
प्रभु जानकी रमण देवालय को इस बार कोलकाता से मंगाए गए विशेष रंग-बिरंगे फूलों से सजाया जाएगा। मंदिर की सजावट ऐसी होगी कि श्रद्धालु जैसे ही प्रवेश करें, उन्हें स्वर्गिक अनुभूति हो।
“यह केवल पर्व नहीं, एक भाव है” – चंद्रप्रकाश उपाध्याय
शंकराचार्य जनकल्याण न्यास के ट्रस्टी चंद्रप्रकाश उपाध्याय कहते हैं – “रामनवमी केवल एक पर्व नहीं, यह धर्म और मर्यादा के प्रतीक भगवान श्रीराम के जन्मोत्सव का दिन है। इस बार की रामनवमी को हमने एक उत्सव नहीं, बल्कि एक अवसर माना है – प्रभु श्रीराम के आदर्शों को जन-जन तक पहुंचाने का।”
विशेष पूजा, भजन और युवाओं की भगवा बाइक रैली –
रामनवमी के दिन प्रभु के दर्शन के लिए सुबह से ही मंदिर में भक्तों की भीड़ उमड़ती है। इस बार न सिर्फ विशेष पूजन और भजन-कीर्तन होंगे, बल्कि युवाओं द्वारा निकाली जाएगी भगवा बाइक रैली — जो कवर्धा की गलियों को राममय बना देगी।
रामलला का शृंगार और प्रिय भोग – मालपुआ व पंजरी –
राम जन्म के उपलक्ष्य में रामलला का भव्य शृंगार किया जाएगा – स्वर्णाभूषणों से अलंकृत रामलला को प्रिय भोग मालपुआ और पंजरी अर्पित किए जाएंगे। इसके बाद भव्य आरती के साथ प्रसाद वितरण होगा।
हर गली में गूंजेगा – जय श्रीराम –
रामनवमी पर कवर्धा की हवा भी बदली-बदली सी होगी। हर गली, हर चौक, हर दरवाज़ा भगवा रंग में रंगा दिखेगा। बच्चों से लेकर बुजुर्गों तक हर कोई प्रभु के प्रकट्य दिवस पर एक साथ “जय श्रीराम!” कहेगा।
आयोजन को भव्य बनाने में जुटी मंदिर समिति –
पूरे आयोजन को भव्य रूप देने के लिए मंदिर समिति दिन-रात जुटी हुई है। समिति के पदाधिकारी संतोष कुमार चौबे (अध्यक्ष), अजय गुप्ता (उपाध्यक्ष), संतोष सोनी (सचिव), वेद प्रकाश श्रीवास्तव (कोषाध्यक्ष), संजय दुबे सहित सभी पुजारीगण व सदस्यगण इस आयोजन को ऐतिहासिक और भव्य स्वरूप देने में लगे हैं।