100 मिमी से ज्यादा बरस गया पानी:मानसून दूसरे दिन ताबड़तोड़ बरसा आज पांच जिलों में भारी वर्षा का आरेंज अलर्ट
छत्तीसगढ़ में मानसून के दूसरे दिन ताबड़तोड़ बारिश हुई है। रायपुर समेत कई जगह सोमवार को सुबह से रात तक लगातार बारिश से निचले इलाके भरने लगे हैं और जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। वनक्षेत्रों में भी भारी बारिश से सूखे बरसाती नालों में उफान आने लगा है। सोमवार को हुई बारिश ने जून में बारिश की 65 फीसदी कमी को घटाकर मात्र 45 प्रतिशत पर ला दिया है।
मौसम विशेषज्ञों का अनुमान है कि एक-दो दिन ऐसी ही बारिश हुई तो जून के 175 मिमी बारिश के औसत को पार कर देगी। पिछले 24 घंटे के दौरान राज्यभर में 34 फीसदी बारिश हो गई। यह औसत से 234 फीसदी ज्यादा है। रायपुर आउटर समेत 5 जगह 100 मिमी से ज्यादा पानी बरस गया है। मौसम विभाग ने मंगलवार को बिलासपुर, पेंड्रा, मुंगेली, बेमेतरा और कबीरधाम में कुछ जगह भारी वर्षा का ऑरेंज अलर्ट जारी कर दिया है। रायपुर और राजनांदगांव समेत दर्जनभर जिलों के लिए मध्यम वर्षा का यलो अलर्ट दिया गया है।
मानसून पिछले 48 घंटे में पूरे प्रदेश में तेजी से फैला है और जोरदार बारिश हो रही है। बस्तर में सबसे ज्यादा वर्षा सुकमा में हुई है। बिलासपुर के तखतपुर और पथरिया में भी जमकर पानी बरसा है। रायपुर और महासमुंद में सुबह से रात तक रविवार को रात 2 बजे से सोमवार को देर रात तक ताबड़तोड़ बारिश हुई है। इस वजह से जून में बारिश की कमी लगातार घट रही है। 26 जून तक प्रदेश में 83.4 मिमी बारिश हो गई।
यह औसत से 45 फीसदी तक ही कम है। पिछले दो दिन में 30 प्रतिशत कमी पूरी हुई है। तेज बारिश से राज्य के कई हिस्सों में जनजीवन प्रभावित हुआ है। कई जगहों पर जलभराव की स्थिति उत्पन्न हो गई है। रायपुर के खारुन नदी का जलस्तर बढ़ गया है। भाठागांव और कुम्हारी के आसपास एनीकट जल्द ओवरफ्लो हो सकते हैं।
आज कुछ जगह भारी बारिश
मौसम विज्ञानियों के अनुसार ओड़िशा से छत्तीसगढ़ होकर झारखंड तक कम दबाव का क्षेत्र बना हुआ है। एक ऊपरी हवा का चक्रवात है। इनकी वजह से खाड़ी से छत्तीसगढ़ में भारी मात्रा में नमी आ रही है। मंगलवार को राज्य में कहीं-कहीं पर भारी वर्षा के संकेत हैं।