आसमान छू रहे सब्जियों के दाम :टमाटर और हरी सब्जी की कीमतों ने बिगाड़ा खाने का स्वाद
आशु चंद्रवंशी,कवर्धा। कबीरधाम जिले में पिछले 5 दिनों से रुक-रुक कर बारिश हो रही है। मानसूनी बारिश शुरू होने से ज्यादातर सब्जी उत्पादक किसान खेती के काम में जुट गए हैं। इधर बाजारों में लोकल सब्जियों की आवक कम होने से सब्जियों के दाम बढ़ गए हैं।
मौसम और दूसरी वजहों से छत्तीसगढ़ में सब्जी की कीमतें आसमान छूने लगी हैं. इससे आम आदमी का बजट बिगाड़ दिया।कबीरधाम जिले समेत पूरे छत्तीसगढ़ में महंगाई की मार झेल रही अवाम को, एक और झटका अब लगने लगा है. मौसम और शासकीय लापरवाही की वजह से टमाटर सहित दूसरी सब्जियों के दाम एकाएक आसमान छूने लगे हैं. इससे न सिर्फ आम लोगों के थाली का जायके का स्वाद फीका हुआ है, बल्कि उन्हें इसकी अपनी जेब और भी ढ़ीली करनी पड़ रही है. बढ़ी हुई कीमतों ने आम लोगों के महीने का बजट बिगाड़ दिया है.
इन दिनों मौसम की मार की वजह से सब्जियों के दाम आसमान छू रहे हैं. बारिश की वजह से ट्रांसपोर्टिंग में दिक्कत हो रही है. जिससे दूसरे राज्यों से आने वाली सब्जियां प्रदेश में दूसरे जगहों पर पहुंचने में देरी हो रही है. गंतव्य स्थान पर पहुंचने पर हो रही देरी के कारण कई सब्जियां खराब भी हो रही हैं, इस वजह से सब्जियों के कीमतें बढ़ने लगी हैं. टमाटर, बरबटी समेत कई सब्जियों के दाम में काफी तेजी आई है। 10 से 20 रुपये किलो में बिकने वाला टमाटर बाजार में 80 से 100 रुपए किलो तक बिक रहा है। आलू-प्याज के दाम में भी बढ़ोतरी हुई है। हालांकि हरी सब्जियों की तुलना में आलू, प्याज के दाम कम ही हैं, लेकिन हरी सब्जियों के दाम बढ़ने से लोगों का जायका बिगड़ गया है।
बारिश के कारण सब्जियों के दाम और बढ़ने के आसार हैं, जिसका सीधा असर पहले से ही मंहगाई की मार झेल रही आम जनता की जेब पर पड़ने वाला है। बारिश ने भले ही लोगों को भीषण गर्मी से राहत दिलाई हो, लेकिन बजट और स्वाद दोनों जरूर बिगाड़ दिया है।
टमाटर की बढ़ी कीमतों ने थाली का स्वाद किया फीका
जो टमाटर छत्तीसगढ़ में कुछ दिनों पहले बाजार में 14 से 20 रुपए किलो बिक रहा था, वही टमाटर अब 80 से 100 रुपए किलो बिक रहा है. टमाटर एक ऐसी सब्जी है जिसे लगभग हर व्यजंनों में इस्तेमाल किया जाता है. टमाटर के दाम एकाएक बढ़ने से घरों में थाली का स्वाद फीका पड़ने लगा है, इसके अलावा कई ऐसी सब्जियां है जिनके दाम बढ़ गए हैं.
मिर्ची, अदरक, लहसुन धनिया के भी दाम बढ़े
टमाटर के अलावा घरों में रोजाना इस्तेमाल किए जाने वाली धनिया की कीमत वर्तमान में लगभग 200 रुपये प्रति किलो छत्तीसगढ़ में बिक रहा है. जबिक अदरक 150 से 200 प्रति किलो रुपए बिक रहा है. तीखी हरी मिर्ची की बात की जाए तो वर्तमान में हरी मिर्च 80 से 100 प्रति किलो बिक रहा है. लहसुन 150 से 200 प्रति किलो में बिक रहा है. इसके अलावा आलू, प्याज की कीमतें बाजार में उपलब्ध दूसरी सब्जियों के मुकाबले कम हैं, वर्तमान प्रदेश के कई जिलों आलू और प्याज की कीमतें लगभग एकसमान 20 से 25 प्रति किलो बिक रही है.
हरी सब्जी की कीमतों ने भी बढ़ाई मुश्किल
छत्तीसगढ़ में हरी सब्जियों की बात की जाए, तो फूलगोभी 80 रुपए प्रति किलो बिक रहा है, परवल 80 से 100 प्रति किलो, करेला भी 80 से 100 प्रति किलो के बीच बाजार में बिक रहा है. इसी तरह हरी सब्जियों में पालक भाजी 40 से 45 प्रति किलो, चौलाई भाजी लगभग 40 प्रति किलो, लाल भाजी 40 से 45 किलो बाजार में बिक रहा है. इसके अलावा भिंडी, कुंदरू और पत्ता गोभी लगभग 50 रुपए प्रति किलो के हिसाब से बाजार में उपलब्ध है.