सुतियापाट नहर विस्तारीकरण और पड़कीपार-बड़ौदा जलाशय परियोजना की मांग को लेकर हजारों की संख्या में सड़कों पर उतरे किसान, पदयात्रा कर एवं ट्रैक्टर व बैलगाड़ी से पहुंचे लोहारा एसडीएम कार्यालय
कवर्धा। छत्तीसगढ़ की कांग्रेस सरकार एवं जिला प्रशासन के खिलाफ एक बार पुनः सहसपुर लोहारा ब्लॉक के किसानों का आक्रोश सड़कों पर दिखा। पूर्व घोषित सुतियापाट नहर विस्तारीकरण एवं प्रस्तावित पड़कीपार-बड़ौदा जलाशय परियोजना को लेकर लगभग 3000 किसानों और क्षेत्रवासियों ने सड़कों पर उतरकर पदयात्रा एवं ट्रैक्टर व बैलगाड़ी में सवार होकर सहपुर लोहारा के एसडीएम कार्यालय का घेराव किया और राज्य सरकार के खिलाफ नारेबाजी कर विरोध प्रदर्शन करते हुए कलेक्टर के नाम ज्ञापन सौंपा।
किसानों के हक़ व अधिकार को लेकर डॉ. रमन सिंह के नेतृत्व में पूर्व की भाजपा सरकार द्वारा किसानों को सिंचाई के लिए पर्याप्त पानी की उपलब्धता सुनिश्चित हो सके इसके लिए वर्ष 2017 में बहुप्रतीक्षित परियोजना सुतियापाट जलाशय के ग्राम पिपराटोला से रणवीरपुर तक लेफ्ट बैक केनाल (दाहिने नहर लाइन) के लगभग 16 किलोमीटर लंबे नहर विस्तारीकरण कार्य हेतु 16.50 करोड़ रूपए राशि की स्वीकृति दी थी। परन्तु वर्ष 2018 में सत्ता परिवर्तन होने के बाद से यह परियोजना ठन्डे बस्ते में है, कई बार क्षेत्र के किसानों और आमजनता ने अपनी इस मांग को लेकर सड़कों पर प्रदर्शन किये ज्ञापन सौंपा लेकिन आज तक स्थिति ज्यों की त्यों बनी हुई है। वर्ष 2020 में भी भाजपा महिला मोर्चा की प्रदेश मंत्री तथा कबीरधाम जिला पंचायत की सभापति भावना बोहरा ने क्षेत्र के किसानों तथा भाजपा रणवीरपुर मंडल के सभी पदाधिकारी व कार्यकर्ताओं के साथ किसान अधिकार रैली के माध्यम से राज्यपाल को ज्ञापन सौंपा था।
एक बार पुनः किसानों की इस पीड़ा एवं सिंचाई के लिए पानी की हो रही समस्या को लेकर भावना बोहरा एवं भाजपा रणवीरपुर मंडल के पदाधिकारियों एवं कार्यकर्ताओं ने तथा किसानों व क्षेत्रवासियों के साथ मिलकर कलेक्टर कार्यालय में मुख्यमंत्री, कृषि मंत्री एवं जल संसाधन विभाग के अधिकारों को ज्ञापन सौंपा था। ज्ञापन सौंपने के बाद भी राज्य सरकार एवं जिला प्रशासन की उदासीनता साफ़ दिखाई दी और अब तक कोई कार्यवाही नहीं होने की वजह से आज 70 गाँव के लगभग 3 हजार से अधिक किसान, क्षेत्रवासी, भाजपा के प्रदेश,जिला व मंडल के पदाधिकारियों ने किसान आक्रोश रैली एवं पदयात्रा और ट्रैक्टर व बैलगाड़ी रैली निकालकर सहपुर लोहारा एसडीएम कार्यालय का घेराव किया और विरोध प्रदर्शन कर ज्ञापन सौंपा जिसमें सुतियापाट नहर विस्तारीकरण तथा पड़कीपार-बड़ौदा जलाशय के प्रस्तावित सर्वे एवं बांध व नहर निर्माण की स्वीकृति की मांग की है और उसे पूरा करने के लिए 2 अक्टूबर गांधी जयंती तक का अल्टीमेटम दिया है।
ग्राम रणवीरपुर से हजारों की संख्या में किसानों ने सिल्हाटी तक ट्रैक्टर एवं बैलगाड़ी से रैली निकाली और फिर सहपुर लोहारा में सभा स्थल तक पैदल मार्च कर राज्य सरकार व जिला प्रशासन के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया। इस दौरान नुक्कड़ नाटक के माध्यम से विगत 4 वर्षों से पानी की समस्या से जूझ रहे कबीरधाम जिले के किसानों और आम जनता की पीड़ा को प्रदर्शित किया। इसके साथ ही झांकी निकालकर भी किसानों ने अपना आक्रोश व्यक्त किया और छत्तीसगढ़ की कांग्रेस सरकार को किसान विरोधी बताकर जमकर नारेबाजी की। इस बार अपनी मांगों की पूरा कराने के लिए क्षेत्र के किसानों, जनता और भाजपा जिला एवं मंडल के कार्यकर्ताओं ने एक अनोखे अंदाज में अपनी बात शासन तक पहुंचाई। उन्होंने सुतियापाट नहर से लाए गए पानी को मुख्यमंत्री एवं जिला प्रशासन के बने पुतलों के मुंह में झोंकर व स्नान कराकर कुम्भकर्णीय नींद से जगाया और अपनी पीड़ा सुनाई। एक अलग अंदाज में किसानों ने पिछले चार वर्षों से शासन एवं प्रशासन का दंश झेलने की अपनी व्यथा सुनाई।
भाजपा महिला मोर्चा की प्रदेश मंत्री एवं जिला पंचायत कबीरधाम की सभापति भावना बोहरा ने कहा कि छत्तीसगढ़ में कांग्रेस की सरकार आने के बाद से प्रदेश के हमारे अन्नदाता किसान भाई-बहन अपने अधिकार के लिए निरंतर संघर्ष कर रहे रहें, लेकिन कुम्भकर्णीय नींद में सोई छत्तीसगढ़ सरकार को उनकी गुहार सुनाई नहीं दे रही है। वर्ष 2017 में पूर्व की भाजपा सरकार ने हमारे कबीरधाम जिले के किसानों के हित एवं उनकी बहुप्रतीक्षित मांग सुतियापाट जलाशय के 16 किलोमीटर वितारिकरण हेतु लगभग 17 करोड़ रुपए की राशि स्वीकृत दी गई थी। इस परियोजना के प्रारंभ होने से जिले के 26 गाँव के 3250 हेक्टेयर कृषि भूमि के साथ-साथ आस-पास के 15 गाँव को भी सिंचाई हेतु पर्याप्त जल की उपलब्धता सुनिश्चित होगी। वर्ष 2020 में भी हमने इस मांग को लेकर कलेक्टर की ज्ञापन सौंपा था लेकिन शासन एवं प्रशासन द्वारा कोई भी कार्यवाही नहीं करना उनकी किसान विरोधी नीति को प्रदर्शित करता है।
भावना बोहरा ने आगे बताया कि 18 मई 2023 को पुनः कलेक्टर को मुख्यमंत्री एवं कृषि मंत्री के नाम सुतियापाट नहर विस्तारीकरण के कार्य को जल्द पूरा करने तथा पड़कीपार-बड़ौदा जलाशय परियोजना के स्वीकृत सर्वे एवं बांध व नाली निर्माण की स्वीकृति के सन्दर्भ में भी ज्ञापन सौंपा है। ग्राम बड़ौदा से रामपुर तक प्रस्तावित इस जलाशय परियोजना से जिला पंचायत क्षेत्र क्रमांक 12 अंतर्गत ग्राम उड़ियाखुर्द, उड़ियाकला, चिलमखोद्रा, दनियाखुर्द, कारेसरा, हथलेवा, बाजार चारभाठा, गोछिया, भाठ कुंदेरा, घटोली, रामपुर, गैन्दपुर, गोरखपुर, सेमरिया, धरमगढ़, अचानकपुर सहित जिले के 50 से अधिक गाँव के किसानों को सिंचाई हेतु पर्याप्त जल की उपलब्धता सुनिश्चित होगी। इन सभी गाँव में मुख्यतः निवासरत किसानों की मुख्या आय का श्रोत एक मात्र कृषि ही है वर्तमान में उन्हें पानी की घोर समस्या से जूझना पड़ रहा है और उनकी इसी पीड़ा को देखते हुए आज हमने यह विरोध प्रदर्शन किया है।
जिला मंत्री रोशन दुबे ने कहा कि जब से छत्तीसगढ़ में कांग्रेस की सरकार आई है तब से किसानों के अधिकारों का हनन किया जा रहा है। बड़े बड़े वादे और घोषणा करके किसानों को भ्रमित किया जा रहा है। बड़े बड़े होर्डिंग लगाकर केवल योजनाओं का बखान किया जा रहा है लेकिन धरातल पर ऐसा कुछ भी नहीं दिख रहा है। किसानों को दो वर्ष का पूर्व बकाया अब तक नहीं मिला है, धान बेचने के समय अनियमितता एवं बारदाने की कमी से किसान धान खरीदी केन्द्रों के चक्कर लगा रहें हैं, गोठान के नाम पर केवल भ्रष्टाचार हो रहा है। किसानों को न खाद मिल रहा है न ही उन्हें अच्छी गुणवत्ता के बिज मिल रहे हैं। कबीरधाम जिले में सिंचाई के लिए पर्याप्त पानी नहीं मिलने से कई क्षेत्रों में अकाल जैसी स्थिति निर्मित हो रही है, और उपज कम होने से किसानों को आर्थिक व मानसिक दोनों नुकसान उठाना पड़ रहा है।
भाजपा रणवीरपुर मंडल अध्यक्ष राघवेंद्र वर्मा जी ने बताया कि छत्तीसगढ़ की कांग्रेस सरकार किसान विरोधी सरकार है। मुख्यमंत्री अपने आप को क इसन पुत्र कहते हैं लेकिन प्रदेश में किसानों की जो स्थिति है वह दयनीय है। न किसानों को खाद मिल रहा है, न बीज और न ही सिंचाई के लिए पर्याप्त पानी मिल रहा है। सहपुर लोहारा ब्लॉक के हजारों किसान परिवार पिछले 4 वर्षों से सुतियापाट नहर विस्तारीकरण की मांग को लेकर आन्दोलन कर रहें हैं,ज्ञापन सौंप रहें हैं लेकिन भूपेश सरकार कुम्भकर्णीय नींद में सोई है। पूर्व की भाजपा सरकार ने किसानों के हित व अधिकार के लिए उनकी मांग का सम्मान करते हुए उन्हें इसके विस्तारीकरण के लिए 16.50 करोड़ रुपए की स्वीकृति देकर हमारे अन्नदाताओं को सम्मान दिया था। पर सता में आते ही भूपेश सरकार ने इस कार्य को आज तक अधूरा रखा है।
2 अक्टूबर गांधी जयंती तक मांग पूरी न होने पर 10000 किसान करेंगे उग्र आंदोलन
लगभग 3000 किसानों द्वारा एसडीएम कार्यालय का घेराव कर दो सूत्रीय मांगों को लेकर कलेक्टर के नाम ज्ञापन सौंपा है। उन्होंने ज्ञापन में कहा है कि यदि 2 अक्टूबर 2023 गांधी जयंती तक सुतियापाट नहर विस्तारीकरण की मांग और पड़कीपार-बड़ौदा जालशय परियोजना के प्रस्तावित सर्वे को लेकर छत्तीसगढ़ की कांग्रेस सरकार एवं जिला प्रशासन द्वारा कार्य शुरू नही किया जाता है तो 10000 की संख्या में किसान उग्र आंदोलन करेंगे और अपने अधिकार के लिए सड़कों पर उतरेंगे। किसानों ने खुले तौर पर शासन एवं जिला प्रशासन को अल्टीमेटम दिया है कि यदि वह उग्र आंदोलन होता है तो उसके जिम्मेदार खुद शासन एवं प्रशासन होगा।
विदित हो कि किसानों द्वारा की जा रही सुतियापाट नहर के विस्तारीकरण की मांग पूरी नहीं होने से ग्राम पिपरटोला, खजरी, कल्याणपुर, ब्राह्मणटोला, चिल्हाटी, विचारपुर, सिंगारपुर, ढोढमा नवापार, सुखतरा, बाजगुड़ा, तिलईभाट, राम्हेपुर, दैहानडीह, खैरबना, दसलाटोला, नवघटा, सबराटोला, रेंगाटोला, रंजीतपुर, पटपर, जमुनिया तथा बिरेन्द्र नगर एवं रणवीरपुर सहित किसान सिंचाई हेतु पानी के लिए त्राहिमाम कर रहें हैं। कई बार इस परियोजना को शुरू करने के लिए जिले के किसान भाईयों-बहनों ने आन्दोलन किये परन्तु राज्य सरकार एवं जिला प्रशासन के किसान विरोधी रवैये के कारण आज तक यह कार्य अधुरा है। पर्याप्त पानी नही होने के कारण यहां बहुत से गाँव में सुखा व अकाल जैसी स्थिति निर्मित हो रही है। दिन-प्रतिदिन जल स्तर गिरने की वजह से यहां की जमीन की उत्पादक क्षमता कम हो रही और उपज कम होने से किसानों को आर्थिक नुकसान उठाना पड़ रहा है।
इस अवसर पर शिवनाथ वर्मा जिला उपाध्यक्ष, जिला कार्यकारिणी सदस्य बसंत शर्मा, राजू पारख जिला कार्यकारिणी सदस्य, पूर्व जनपद अध्यक्ष फागु मरकाम, जनपद सदस्य रवि सिंह राजपूत, महादेव कौशिक, विकास पांडेय, राजेन्द्र साहू, किसान मोर्चा मंडल अध्यक्ष तिलक सेन ने भी सभा को संबोधित किया एवं मनोज वैष्णव ने स्वागत तथा युवराज सिंह ठाकुर ने आभार भाषण दिया। इस अवसर पर बसंत बोहरा, शिवकुमार चंद्रवंशी, अशोक पटेल, धरमपाल कौशिक, योगेश साहू, गीता राम साहू, श्रवण मरकाम, सुदर्शन कुम्भकार, रमेश कौशिक, मुकेश जैन, अरविंद सिंह, धनराज सिंह, सत्यम अग्रवाल, भूपेंद्र वर्मा, ढोलेश मानिकपुरी, लोकनाथ पाल, रघुनंदन साहू, राकेश, भगवती साहू, मन्नू साहू, बसंत बोहरा,भोजलाल साहू, डॉ. शिव परमार, चेतन शुक्ला, निहोरा सिन्हा, नरेश साहू, विकास वैष्णव, हुलास वर्मा, प्रमोददास मानिकपुरी, केवल साहू, गंगाराम सहित जिला एवं मंडल के समस्त पदाधिकारी व कार्यकर्ता, महिला मोर्चा की बहनें, सभी मोर्चा व प्रकोष्ठ के पदाधिकारी व कार्यकर्ता, हजारों की संख्या में किसान व क्षेत्रवासी एवं विशिष्ठजन उपस्थित थे।