पति की लंबी उम्र के लिए सुहागिनों ने रखा करवा चौथ का व्रत, पति की पूजा कर चलनी से देखा चांद, पति की सलामती एवं उन्नति की कामना की
आशु चंद्रवंशी/ कवर्धा। करवा चौथ का इंतजार सुहागिनों को पूरे साल भर रहता है। अपने सुहाग के लिए महिलाएं करवा चौथ बड़े उत्साह और श्रद्घा से मनातीं हैं। कुछ ऐसा ही उत्साह और श्रद्घा भाव गुरुवार को जिले के विभिन्न जगहों पर करवा चौथ सेलिब्रेशन में देखने को मिला। जहां सुहागिनें अखंड सौभाग्य के लिए निर्जला व्रत रखकर विधिवत पूजा पाठ कर रात को चलनी से चांद के दर्शन कर पति का दीदार करते हुए पति की आरती उतारी।
इसके बाद पति के जूठा पानी पिलाने के बाद निर्जला व्रत तोड़ा।वहीं महिलाओं ने करवा चौथ का सेलिब्रेशन बड़े ही धूम-धाम से किया। महिलाओं ने सेल्फी लेकर अपने पिया के लिए सोलह श्रृंगार किया। इसमें बुजुर्ग महिलाएं भी पीछे नहीं रहीं। उन्होंने भी व्रत रख अपने पिया की लंबी उम्र की कामना की।
चंद्रमा का रहता है इंतजार
सूर्यास्त के बाद, सभी महिलाएं और उनके परिवार के सदस्य आकाश की ओर देखते रहते हैं कि चंद्रमा कब निकलेगा. निस्संदेह, “चांद दिख गया” एक ऐसा वाक्य है जो वास्तव में करवा चौथ पर विवाहित महिलाओं के चेहरे पर मुस्कान लाता है. कार्तिक माह के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी पर रखा जाने वाला करवा चौथ का व्रत पति-पत्नी के रिश्ते में मधुरता लाता है.
यह है मान्यता
करवा चौथ के लिए मान्यता है कि यह व्रत रखने से पति की आयु चांद की तरह लंबी हो जाती है। गुस्र्वार की रात चांद निकलने पर पूजन कर चांद का दर्शन करके पति की लंबी उम्र की कामना की गई। इस बार करवा चौथ पर रोहिणी नक्षत्र का संयोग रहा जिसे पूजन के लिए विशेष माना गया।इस दिन सुहागिनें शुभ मुहूर्त में करवा माता, गणेश जी और शंकर-पार्वती की पूजा करनी होती है और फिर महिलाएं भगवान शिव के मस्तक पर सुशोभित चंद्रमा के दर्शन कर विधिवत चांद की पूजा करती हैं. महिलाएं देवी-देवताओं से भूल चूक की माफी मांगकर फिर पति के हाथों पानी पीकर व्रत का पारण करती हैं.
श्रृंगार व पूजन तैयारी में एक दूसरे का सहयोग,कई जगह हुई सामूहिक पूजा-पाठ
विभिन्न मोहल्लों में महिलाएं एक स्थान पर एकत्रित हुए और श्रृंगार व पूजन तैयारी में एक दूसरे का सहयोग किया। महिलाओं ने एक-दूसरे के हाथों में मेहंदी रचाई। जगह-जगह महिलाओं ने समूह में बैठकर करवाचौथ की पूजा की।पूरे दिन निर्जला व्रत रखकर की पूजा
अखंड सुहाग की कामना के लिए मनाया जाने वाला पर्व करवाचौथ उत्साह के साथ मनाया गया। सुहागिनों ने पूरे दिन निर्जला व्रत रखकर पूजा की। महिलाओं ने अलग-अलग टोलियां बनाकर भगवान शिव व अपने आराध्य देवी देवताओं का परिवार के साथ विधिवत पूजा की और अखंड सौभाग्य का आशीर्वाद मांगा।
जो घर से दूर उन्होंने आनलाइन खुलवाया व्रत
करवाचौथ पर कई लोग विभिन्न कारणों से अपने जीवनसाथी के साथ नहीं थे। ऐसे में तकनीक ने दोनों के बीच प्यार की डोर बांधी। स्मार्टफोन पर वीडियो काल के माध्यम से कई सुहागिनों ने पति का दीदार किया और इसके बाद व्रत खोला।
सांसू मां को उपहार देने का पूरा किया विधान
सुहागिनों ने देवताओं की पूजा कर सौभाग्य प्राप्त किया। यह त्योहार लगभग सभी घरों में मनाया गया। इसके लिए महिलाएं सप्ताह भर से तैयारी में लग गयी थी। कल मौसम साफ होने से सुहागिनों को समय से चंद्रमा के दर्शन हो गए और समय से व्रत को पूर्ण किया जा सका। शाम होते ही परिवार के लोगो ने लगकर पूजा स्थल की सज्जा की और पूजा का विधान पूरा किया। इस पर्व में सुहागिनों ने पूजा पूर्ण होने पर अपनी सांसू मां को उपहार देने का विधान भी पूरा किया और उनकी ओर से सौभाग्यवती होने का आशीर्वाद प्राप्त किया।