छत्तीसगढ़ के मेधावी विद्यार्थियों को डेढ़-डेढ़ लाख:सरकार ने एक दिन पहले टॉपर्स को हेलिकॉप्टर में घुमाया था, अब मुख्यमंत्री ने सम्मानित भी किया
छत्तीसगढ़ माध्यमिक शिक्षा मंडल में 10वीं-12वीं के टाॅपर्स को सरकार ने डेढ़-डेढ़ लाख रुपए की प्रोत्साहन राशि दी है। यह राशि स्वामी आत्मानंद मेधावी छात्र प्रोत्साहन योजना के तहत बच्चों के बैंक खाते में भेजा गया है। मुख्यमंत्री निवास में रविवार शाम हुए एक समारोह में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने इन विद्यार्थियों को सम्मानित किया। शनिवार को इन विद्यार्थियों को सरकार की ओर से हेलिकॉप्टर में घुमाया गया था।
मुख्यमंत्री मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कक्षा 12वीं की टॉपर रायगढ़ जिले की कुन्ती साव को स्वर्ण पदक और दूसरे स्थान पर रही बिलासपुर जिले की खुशबू वाधवानी को रजत पदक से सम्मानित किया। कक्षा 10वीं की मेरीट सूची में संयुक्त रूप से टॉपर रायगढ़ की सुमन पटेल और कांकेर की सुनाली बाला को स्वर्ण पदक दिया गया। वहीं दूसरे स्थान पर रहे कबीरधाम जिले के पंकज कुमार साहू को रजत पदक प्रदान किया। समारोह में सभी मेधावी छात्र-छात्राओं को डेढ़-डेढ़ लाख रुपए की प्रोत्साहन राशि प्रदान की गई। यह रकम आरटीजीएस के माध्यम से ट्रांसफर किया गया।
मुख्यमंत्री ने कहा, राज्य में आर्थिक रूप से पिछड़े व कमजोर वर्ग के लोगों को शिक्षा के प्रति प्रोत्साहित करने के लिए विशेष पिछड़ी जनजातियों-अबूझमाड़िया, बैगा, बिरहोर, कमार और पहाड़ी कोरवा के हाईस्कूल और हायर सेकण्डरी में प्रथम स्थान प्राप्त करने वाले विद्यार्थियों को भी सम्मानित किया जा रहा है। इन विद्यार्थियों को भी डेढ़-डेढ़ लाख रुपए की प्रोत्साहन राशि प्रदान की जा रही है। मुख्यमंत्री ने इस समारोह में हायर सेकेण्डरी परीक्षा की टॉपर कुन्ती साव को स्वर्गीय अंकित सिंह परिहार स्मृति पुरस्कार प्रदान किया। इसके तहत 11 हजार रुपए की राशि का चेक अलग से प्रदान किया गया।
मेरीट में आये 125 विद्यार्थियों को मिली है रकम
स्कूल शिक्षा मंत्री डॉ. प्रेमसाय सिंह टेकाम ने बताया, छत्तीसगढ़ माध्यमिक शिक्षा मंडल की वर्ष 2022 की कक्षा 10वीं और 12वीं की परीक्षा की मेरीट सूची में स्थान प्राप्त करने वाले 125 छात्र-छात्राओं को स्वामी आत्मानंद मेधावी छात्र प्रोत्साहन योजना के तहत यह सम्मान राशि दी गई है। इसमें कक्षा 10वीं के 90 और कक्षा 12वीं के 35 विद्यार्थी शामिल हैं।
मुख्यमंत्री ने पूछा – हेलिकॉप्टर से रायपुर कैसा लगा
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने बच्चों से पूछा, कल हेलिकॉप्टर में बैठने से किसी को डर तो नहीं लगा, सभी बच्चों ने सामूहिक रूप से कहा कि बिल्कुल भी डर नहीं लगा। उन्होंने पूछा हेलिकॉप्टर से रायपुर शहर कैसा दिखा? इस पर बच्चों ने एक स्वर में कहा, ‘बहुत सुंदर’। सरकार ने शनिवार को मेरीट में आये विद्यार्थियों को हेलिकॉप्टर में घुमाने के लिए रायपुर बुलाया था। इसके लिए विशेष तौर पर किराये के हेलिकॉप्टर का इंतजाम किया गया।
अफसरों ने हवाई जहाज से सफर कराने की सलाह दी थी
मुख्यमंत्री ने बताया कि अधिकारियों ने सभी बच्चों को एक साथ हवाई जहाज में सफर कराने की सलाह दी थी। लेकिन मैंने बच्चों की जिद को ध्यान में रखते हुए हेलिकॉप्टर में ही जॉय राइडिंग कराने का फैसला लिया। उन्होंने कहा कि भविष्य में कई बच्चों को हवाई जहाज पर चढ़ने का अवसर मिलेगा, लेकिन सरकार के हेलिकॉप्टर में कुछ गिन-चुने लोगों को ही सफर करने का अवसर मिलता है। मुख्यमंत्री ने बताया कि इन बातों को ध्यान में रखते हुए कक्षा 10वीं और 12वीं की परीक्षा की मेरीट सूची में शामिल बच्चों को हेलिकॉप्टर से ही जाॅय राइडिंग कराने का फैसला हुआ है।