आखिर ऐसा क्या हुआ ? मानिकचौरी गांव में अचानक तालाब की हजारों मछलियों की हो गई मौत, चारों तरफ फैला दुर्गंध
आशु चंद्रवंशी,बड़ेगौटिया/कवर्धा।जिले के मानिकचौरी गांव स्थित निस्तारी बड़े तालाब में हजारों की संख्या में मछलियों की मौत हो गई है. इन मछलियों के मरने के बाद गांव के लोग दुर्गंध की वजह से परेशान हैं. लोगों का मानना है कि तालाब में जो केमिकल युक्त पानी मतलब पानी विशैली हो गए हैं, शायद इसी वजह से मछलियों की मौत हुई है.
बचपन में आपने भी यह कविता सुनी होगी कि मछली जल की रानी है, जीवन उसका पानी है. जी हां मछलियों का जीवन ही पानी होता है. मगर क्या आपने कभी यह भी सुना या देखा है कि पानी ही मछलियों के जीवन की बजाय उनकी मौत का कारण बन जाए. वह भी एक-दो मछलियों के लिए नहीं बल्कि हजारों की तादात में मछलियां एक साथ तालाब में मरी पड़ी है. ऐसा ही नजारा जिले के मानिकचौरी में देखने को मिला है. मछलियों के मरने की वजह वाकई में चौकाने वाली है. जिसे जानकर आप भी आश्चर्यचकित रह जाएंगे.
तालाब के पानी विशैली इनकी वजह माना जा रहा है, पानी दूषित हो गया और हजारों की संख्या में मरी हुई मछलियां पानी में उतराती नजर आ रहीं हैं. इन मछलियों के मरने के बाद तालाब का पूरा पानी जहरीला होता जा रहा है.बीमारी का बढ़ रहा खतरा आपको बता दें कि तालाब में मछलियों के मरने का सिलसिला जारी है. गांव के बीचों-बीच रहवासी इलाके में तालाब होने के कारण आसपास के लोगों का यहां रहना दूभर हो गया है, चूंकि हजारों की संख्या में मरी हुई हैं इससे दुर्गंध फैल रही है. लोगों के बीमार होने का खतरा बढ़ गया है.
पानी जहरीला होने की आशंका लोग ग्रामीण की माने तो इस तालाब का पानी ओवर फ्लो होकर खेत में मिलता है. वर्तमान में खेत में डलने वाले दवाई का असर भी माना जा रहा है। तो इस बात से कतई इनकार नहीं किया जा सकता है कि यह लोगों के लिए घातक साबित हो सकता है.जवाबदारों ने इस ओर ध्यान ही नहीं दिया.