नक्सलियों के खिलाफ चलेगा ज्वाइंट ऑपरेशन, एमपी-सीजी व महाराष्ट्र के उच्च पुलिस अधिकारियों के बीच हुई बैठक
खुफिया सूचनाओं के आदान-प्रदान, नेटवर्क विस्तार पर जोर
आशु चंद्रवंशी,बड़ेगौटिया/कवर्धा। छत्तीसगढ़,मध्यप्रदेश और महाराष्ट्र की सीमा पर नक्सलियों को घेरने की तैयारी चल रही है। अगर सब कुछ ठीक रहा, तो नक्सलियों के खिलाफ बड़ा ऑपरेशन लॉन्च किया जा सकता है। छत्तीसगढ़ समेत तीनों राज्यों में इसे लेकर सहमति बन गई है।
तीनों स्टेट की फोर्स मिलकर नक्सलियों के खिलाफ ज्वाइंट ऑपरेशन चलाएंगे। इसे लेकर पुलिस अधीक्षक ऑफिस कवर्धा में तीनों स्टेट के सीनियर पुलिस अधिकारियों की हाई लेवल मीटिंग हुई। छत्तीसगढ़ के पुलिस महानिदेशक (डीजी) अशोक जुनेजा समेत मध्यप्रदेश व महाराष्ट्र के पुलिस अधिकारी मीटिंग में पहुंचे थे। मीटिंग में तीनों राज्य की सीमा पर नक्सल मूवमेंट की समीक्षा की गई। नक्सलियों के खात्मे को लेकर रणनीति बनाई गई। यही नहीं, हार्डकोर नक्सलियों के की सूचनाएं भी साझा की गईं। हालांकि, इसे पूरी तरह से गोपनीय रखा गया है। दरअसल, आगामी दिनों में लोकसभा चुनाव भी होना है। इसेलेकर भी आगे की बैठक में चर्चा की जाएगी।
एक राज्य में ऑपरेशन तो दूसरे राज्य भाग जाते हैं नक्सली: मीटिंग में फोकस इस बात पर था कि नक्सल समस्या से जूझ रहे छत्तीसगढ़, मध्यप्रदेश और महाराष्ट्र का जो हिस्सा एक-दूसरे से जुड़ा हुआ है, वही नक्सलियों का सबसे बड़ा गढ़ है। कोई एक राज्य ऑपरेशन शुरू करता है, तो नक्सली दूसरे राज्य भाग जाते हैं। अगर तीनों राज्य ज्वाइंट ऑपरेशन चलाएंगे, तो नक्सलियों को भागने की जगह नहीं मिलेगी।
मीटिंग में सीनियर अफसर पहुंचे थे। छग के डीजी अशोक जुनेजा, एडीजी नक्सल ऑपरेशन विवेकानंद सिन्हा, एसआईबी आईजी ओपी पॉल, एसआईबी के डीआईजी राजेन्द्र दास, कबीरधाम एसपी डॉ. अभिषेक पल्लव, राजनांदगांव एसपी मोहित गर्ग, मानपुर मोहला एसपी रत्ना सिंह, खैरागढ़- छुईखदान एसपी अंकिता शर्मा शामिल रहे। एमपी के मंडला एसपी रजत सकलेचा, हॉक फोर्स बालाघाट मोती उर्रहमान, डिंडौरी एसपी अखिल पटेल, महाराष्ट्र के आईजी संदीप पाटिल व गोंदिया एसपी निखिल सिंघले पहुंचे थे।