नगर पंचायत बोड़ला में गौठान निर्माण कार्य में लापरवाही, अब तक नहीं बन पाया गौठान
कवर्धा। कबीरधाम जिले के नगर पंचायत बोडला में लगभग आठ महीने से भी अधिक बीत जाने के बाद भी गौठान का निमार्ण पूरा नहीं हो पा रही है। अधिकारियों की लापरवाही के चलते ठेकेदार भी मनमर्जी तरीके से काम कर रहे हैं। इधर, शासन ने भी हमेशा रोका छेका अभियान के तहत सड़कों पर घूम रहे मवेशियों को गोठान में रखने के आदेश तो देते है। लेकिन गोठान न बनने से इस आदेश का पालन बोड़ला नगर पंचायत नहीं कर रहीं है। उच्चाधिकारी भी इस मामले को संज्ञान में नहीं ले रहे हैं। दरअसल बोड़ला नगर पंचायत में मवेशियों को रखने के लिए नगर पंचायत द्वारा 19.11 लाख का सर्व सुविधा युक्त गौठान बनाने टेंडर निकाला गया था जिसका कार्य एजेंसी मधु कंस्ट्रक्शन कवर्धा दिया गया था।
पशु शेड रखने हेतु 10×20 मीटर एवम 10×15 मीटर के दो शेड निर्माणधीन है। लेकिन स्ट्रचर में बिना कालम के दीवार उठाया जा चुका है, उसके बाद कालम हेतु ईट को निकाला गया है।जिसमे छड़ के कालम हेतु मात्र 3 से 4 इंच गढ्ढा खोदा गया है।जो की पशु शेड का भार सहन भी नही कर पाएगी।जिससे भविष्य में पशु शेड हवा से गिर सकता है और पशु धन की जन हानि हो सकती है।
नगर पंचायत बोडला द्वारा मधु कंस्ट्रक्शन कवर्धा को कार्यादेश 28/02/2023 को 06 माह में कंप्लीट करने हेतु दिया गया था।लेकिन 08 माह होने के बाद भी कार्य अधूरा पड़ा है। नगर पंचायत प्रशासन के मिलीभगत से ठेकेदार द्वारा विकास कार्य को अवरुद्ध किया जा रहा है।
गौठान निर्माण में अब तक न तो बोर खनन हुआ है न ही पाथवे हेतु पेवर ब्लॉक लगाई गई है। और न ही इलेक्ट्रिक पोल लगाया गया है। इसके अलावा गौठान में पेड़ो की सुरक्षा हेतु ट्री गार्ड का निर्माण भी नही किया है।मवेशी के पानी पीने हेतु कोटना का निर्माण भी अधूरा है।सोखता गढ्ढा व कंपोस्ट खाद्य गढ्ढा का भी निर्माण अब तक नहीं हुआ है।
अब तक आठ महीने में आधा निर्माण कार्य भी नही हुआ है। राज्य सरकार द्वारा नगर पंचायत को मवेशी को सुरक्षित रखने हेतु बड़ी धनराशि दी गई थी। लेकिन सरकार की ड्रीम प्रोजेक्ट नगर पंचायत की लापरवाही से आधी अधूरी पढ़ी हुई है।