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धर्मनगरी कबीरधाम में श्री महाकाल की निकाली गई बारात: हरियाणा के सिरसा व कुरुक्षेत्र से आए कलाकारों की जीवंत झांकी लोगों के आकर्षण का केन्द्र रहा

कवर्धा। शनिवार को महाशिवरात्रि के अवसर पर इस साल भी शहर के पंचमुखी बूढ़ा महादेव मंदिर से दोपहर 3 बजे शिव बारात निकाली गई। यह तीसरा वर्ष है, जब इस प्रकार से भगवान शिव की बारात निकाली गई। बूढ़ा महादेव मंदिर में भगवान शिव के महाभिषेक से रैली प्रारंभ हुई। इस दौरान डीजे, धुमाल, राउत नाचा, पंथी नृत्य भी शोभायात्रा में शामिल थी। शिव बारात में हरियाणा के सिरसा व कुरुक्षेत्र से आए कलाकारों की जीवंत झांकी लोगों के आकर्षण का केन्द्र रहा। अघोरी, भूत-प्रेत बने कलाकारों की वेशभूषा ऐसी रही, जिसे देख शहरवासी आश्चर्यचकित रहे।

चौक-चौराहों पर भस्म व राख से शरीर पर लेप लगाए कलाकारों की प्रस्तुति इस बार शहरवासियों के लिए नया रहा। कुरुक्षेत्र के स्टंटमैन द्वारा भारी से भारी चीजों को सीने पर रख हथौड़े से तोड़ते देखना, सब के लिए नया रहा। भारत माता चौक में शिव-पार्वती विवाह हुआ। विवाह के बाद भस्म आरती की गई। शिव बारात के दौरान शहर के चौक चौराहों पर अलग अलग समाज द्वारा बारातियों के स्वागत के लिए स्टॉल लगाए हुए थे।

जहां लोगों के लिए पानी, शरबत व नाश्ते की व्यवस्था की गई थी। सिख समाज, जैन समाज, मुस्लिम समाज, यादव समाज सहित अलग अलग समितियों ने यह व्यवस्था की थी। इस दौरान श्रद्धालुओं ने भगवान भाेलेनाथ ही पूजा अर्चना कर आशीर्वाद लिए।

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