रायपुर में छापे के बाद बड़ी कार्रवाई, सरकार ने समीर विश्नोई को चिप्स से हटाया: ED ने किया था गिरफ्तार; रितेश कुमार अग्रवाल होंगे नए CEO, मार्कफेड में भी नई व्यवस्था बनेगी
समीर विश्नोई को चिप्स से हटाया, रितेश अग्रवाल नए सीईओ नियुुक्त
प्रवर्तन निदेशालय-ED की गिरफ्त में आए IAS अधिकारी समीर विश्नोई को छत्तीसगढ़ इफोटेक प्रमोशन सोसाइटी(चिप्स) से हटा दिया गया है। सामान्य प्रशासन विभाग ने 2012 बैच के IAS अधिकारी रितेश कुमार अग्रवाल को चिप्स का मुख्य कार्यपालन अधिकारी-CEO नियुक्त कर दिया है। रितेश छत्तीसगढ़ पाठ्य पुस्तक निगम के प्रबंध संचालक हैं। मार्कफेड में भी विश्नोई की जगह नई व्यवस्था की जा रही है।
2009 बैच के IAS अधिकारी समीर विश्नोई इस साल जनवरी में चिप्स के CEO बनाए गए थे। सितंबर में उन्हें मार्कफेड के प्रबंध संचालक की अतिरिक्त जिम्मेदारी भी दे दी गई। केंद्र सरकार की जांच एजेंसी ED ने 11 अक्टूबर की सुबह प्रदेश भर में छापा डाला था। यह कार्रवाई समीर विश्नोई के घर और दफ्तर पर भी हुई।
तलाशी के दौरान विश्नोई के घर से 47 लाख रुपए कैश और दो करोड़ रुपए से अधिक के गहने बरामद हुए। बाद में एजेंसी ने विश्नोई को गिरफ्तार कर आठ दिन की रिमांड पर ले लिया। उनसे लगातार पूछताछ जारी है। इस बीच ED की टीम तीन बार चिप्स के रायपुर स्थिति मुख्यालय की तलाशी ले चुकी है। विश्नोई की रिमांड अवधि 21 अक्टूबर को पूरी हो रही है। इस बीच सामान्य प्रशासन विभाग के सचिव डॉ. कमलप्रीत सिंह ने चिप्स के CEO पद पर रितेश अग्रवाल की नियुक्ति का आदेश जारी कर दिया है।
सामान्य प्रशासन विभाग ने यह नया आदेश जारी किया है।
मार्कफेड में व्यवस्था प्रभावित हो सकती है
छत्तीसगढ़ में धान की सरकारी खरीदी मार्कफेड के जरिए होती है। इस साल पहली बार एक नवम्बर से इसकी शुरुआत हो रही है। समीर विश्नोई मार्कफेड के प्रबंध संचालक हैं। वे एक सप्ताह से ED की हिरासत में हैं। ऐसे में वहां व्यवस्था प्रभावित हो रही है। बताया जा रहा है वहां भी नये MD की नियुक्ति हो रही है।
कई जिलों में एक साथ दी थी दबिश
11 अक्टूबर को छत्तीसगढ़ के रायगढ़, रायपुर, बिलासपुर, कोरबा और महासमुंद जिले में ईडी का छापा पड़ा था। इन प्रमुख शहरों में प्रवर्तन निदेशालय (ED) के अधिकारी देर रात पहुंच चुके थे और सुबह 5:00 बजे अलग-अलग ठिकानों पर छापा मारा गया था। एक ही वक्त पर ईडी के अधिकारी 10 से ज्यादा जगहों पर अलग-अलग टीम बनाकर कार्रवाई कर रही थी। जिन जगहों पर छापा मारा गया है उनमें कारोबारी और CA शामिल हैं। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने इस छापे को डराने की कोशिश बताया है। उन्होंने कहा, यह आखिरी नहीं है। चुनाव तक ये बार-बार आएंगे।
ED ऑफिस से निकलते हुए समीर।
13 अक्टूबर को ED ने चिप्स के मुख्य कार्यपालन अधिकारी और IAS अधिकारी समीर विश्नोई को गिरफ्तार करके कोर्ट में पेश किया था। जहां 8 दिन की रिमांड मंजूर हो गई थी। हालांकि ईडी की टीम ने 14 दिन की रिमांड मांगी थी। कोर्ट ने अपने फैसले में कहा था कि, पूछताछ रायपुर में वकीलों की मौजूदगी में होगी। लेकिन संपर्क नहीं कर सकते। प्रत्येक दो दिनों में एक घंटे वकील से मुलाकात कराई जाएगी।
समीर समेत कोयला कारोबारी जमानत की तैयारी में
बताया जाता है कि आवेदन में ईडी द्वारा झूठे मामले में फंसाने, जमानत दिए जाने पर जांच में सहयोग करने, लगाए गए आरोप की सफाई देने के लिए मौका देने के साथ ही जमानत दिए जाने पर भागने की आशंका नहीं होने का हवाला दिया गया है। गौरतलब है कि ईडी ने मनी लाड्रिंग केस में आइएएस अधिकारी सहित दोनों कारोबारियों को गिरफ्तार करने के बाद पूछताछ के लिए आठ दिनों का रिमांड लिया था।