पीएचई बोड़ला के एस डी ओ और इंजिनियर के भरोसे फल फूल रहा नल जल योजना के ठेकेदार का व्यापार
आशु चंद्रवंशी,बड़ेगौटिया/कवर्धा। जिले के वनांचल ग्राम झलमला में प्रधानमंत्री की नल जल योजना में जमकर गड़बड़ी सामने आ रही है जहाँ लगभग दो वर्ष हो रहें टंकी निर्माण को मगर किसी भी एक घर में जल की एक बूँद नही पहूँच पाई है। सारी हदे तो तब पार हो जाती जब इंजीनियर के द्वारा एवं तृतीय पक्ष जांच एजेंसी के द्वारा ठेकेदार को निर्माण कार्य की मोटी रकम जारी कर दी जाती है जिसमें एसडीओ अपनी स्वीकृति प्रदान कर देते हैं। टंकी निर्माण के पास सूचना पटल लगा हुआ है जिस पर बाउंड्री वॉल निर्माण कार्य का उल्लेख किया गया है परंतु बाउंड्री वॉल बनाया नहीं गया है भ्रष्टाचारियी का आलम यह है कि जो सूचना पटल बना है वह भी एस ओ आर के मुताबिक नहीं बना है ऐसा नहीं है कि इसकी जानकारी जिला के अधिकारी को ना हो अभी कुछ दिन पूर्व ही जिला कलेक्टर का लगातार दौरा झलमला में था स्वास्थ्य शिविर एवं डायरिया के प्रकोप से रख रखाव हेतु कई बार उनका आना-जाना हुआ। ऐसी स्थिति में इस निर्माण की गुणवत्ता को लेकर जांच के लिए कई बार आवेदन जिला कलेक्टर को दिया गया है पर उनके द्वारा भी जांच ना करना एक प्रकार से उदासीनता को दर्शाता है। एक तरफ करोड़ों रुपए नल जल योजना में जारी किया जा रहा है वहीं आज तक जिले में कोई ऐसा एक भी गांव नहीं है जहां पर नल जल योजना का उचित तरीके से कार्य किया गया हो एफ एच टी सी का निर्माण 5 फिट लम्बा चौड़ा होना है जो कहीं देखने को नही मिलता जिस नल में जे ई पाइप लगना है वहाँ एम एस पाइप लगाकर खाना पूर्ति किया गया है कंपोजिट पाइप जिसे 1फिट जमीन में होना चाहिए वो पूरी तरह से ऊपर है इन सभी कमी के बावजूद इंजिनियर अप्रूवल कर दे रहें है सिर्फ कमीशन के खेल मे। सबसे बड़ा कमीशन का खेल तो ठेकेदार को टाइम एक्सटेंशन देकर किया जा रहा है जिसमे पी एच ई के अधिकारी गाढ़ी कमाई कर रहें है। इंजिनियर टोमन कुंजाम कॉल रिसीव नही करते तो वही एसडीओ गोपाल ठाकुर तो कार्यालय आते ही नहीं है और नहीं फोन उठाते हैं।