लौह पुरुष सरदार वल्लभ भाई पटेल सहकारी शक्कर कारखाना रिकवरी दर के मामले में छत्तीसगढ़ में प्रथम एवं पूरे भारत में दूसरे स्थान पर
आशु चंद्रवंशी,बड़ेगौटिया/कवर्धा। लौह पुरुष सरदार वल्लभ भाई पटेल सहकारी शक्कर कारखाना पंडरिया रिकवरी दर के मामले में छत्तीसगढ़ में प्रथम एवं पूरे भारत में दूसरे स्थान पर है, जहाँ किसानों का बकाया भुगतान व रिकवरी तेजी से हो रहा है। अन्य शक्कर कारखानों के मुकाबले पंडरिया के शक्कर कारखाने में उसकी क्षमता का 81 प्रतिशत यूटिलाइजेशन हो रहा है और 12.78 प्रतिशत रिकवरी है। इसके बावजूद रिकवरी कम होने के तथ्यात्मक कारण निम्नानुसार है राज्य के अन्य कारखाने की तुलना में क्रशिंग जल्दी चालू करना, जल्दी चालू करने से गन्ना पूर्ण रूप से पका नहीं रहता जिससे शक्कर कम बनना एक प्रमुख कारण है।
co 085 वैरिटी के गन्ना में प्लांट गन्ने की कमी आ रही है। जला हुआ गन्ना से भी रिकवरी में कमी आई है। कारखाना बंद होने के दो सप्ताह पहले पेराई सीजन 2023-24 और 2022-23 के अनुसार गुड़ फैक्ट्री में गन्ना जाने से पेराई प्रभावित हुआ जिससे रिकवरी में कमी आई है। गन्ना की पेराई 139.81 हेक्टेयर पिछले सत्र की तुलनात्मक में अधिक की गई है जिससे 43000 मेट्रिक टन अधिक गन्ने की पेराई हुई है जिससे औसत रिकवरी में कमी दर्ज़ हुई है।
वहीं भुगतान की बात की जाए तो गन्ना किसानों का बकाया मूल भुगतान अगस्त 2024 के अंतिम सप्ताह तक पूर्ण भुगतान करने का लक्ष्य रखा गया है जबकि पूर्व की कांग्रेस सरकार के शासन में किसानों का भुगतान अधिकतर सितंबर माह तक जाता रहा है।
पिछले 5 सालो में पहली बार 3 लाख मेट्रिक टन से अधिक क्रशिंग हुई है जिससे किसानों क़ो अपना ज्यादा से ज्यादा गन्ना कारखाने में बेचने क़ो मिला है। पंडरिया विधायक भावना बोहरा ने बताया कि किसानों का भुगतान जल्द से जल्द करने का प्रयास किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि पूर्ववर्ती सरकार में कुछ भ्रष्ट नेता और ठेकेदार क्षेत्र की जनता और किसानों को झूठ व फरेब में फंसाकर अपने निजी व राजनैतिक लाभ के लिए जनता को भटकाने का काम कर रहे हैं लेकिन पंडरिया की जनता उनके मंसूबों को पहचान गयी है और वो भावना बोहरा के साथ हैं।