एसपी डॉ. अभिषेक पल्लव ने ली शिकायत जांच करने वाले विवेचना अधिकारियों की समीक्षा बैठक, जिले को अपराधमुक्त बनाने पर जोर
कबीरधाम पुलिस अधीक्षक डॉ. अभिषेक पल्लव द्वारा पूर्व वर्ष के लंबित अपराध चालान, मर्ग, गुम इंसान, शिकायत जांच करने वाले विवेचना अधिकारियों की समीक्षा बैठक ली गई
समीक्षा बैठक में अलग-अलग थानों से आये थाना प्रभारी एवं विवेचना अधिकारियों को दिया गया आवश्यक निर्देश
आशु चंद्रवंशी,बड़ेगौटिया/कवर्धा।कबीरधाम जिले के थाना/चौकी में पूर्व के दर्ज प्रकरण की विस्तार पूर्वक जानकारी लेते हुए जल्द से जल्द निराकरण हेतु प्रत्येक सप्ताह के दो अलग-अलग दिन अलग-अलग थाना/चौकी में कार्यरत विवेचना अधिकारी जिसमें निरीक्षक से प्रधान आरक्षकों के कार्यों की समीक्षा बैठक पुलिस अधीक्षक कार्यालय में रखने पुलिस अधीक्षक डॉ. अभिषेक पल्लव द्वारा निर्देशित किया गया था। जिससे यदि किसी प्रकरण में विवेचना संबंधी समस्या उत्पन्न हो रही है, तो तत्काल आवश्यक दिशा निर्देश प्रदान कर प्रकरण का निराकरण जल्द से जल्द कर आरोपियों के विरुद्ध उचित वैधानिक कार्यवाही कर माननीय न्यायालय के समक्ष प्रस्तुत करें, और उत्कृष्ट विवेचना के चलते आरोपी को कड़ी से कड़ी सजा प्राप्त हो, एवं प्रार्थीगण को उचित न्याय मिले।इसी तारतम्य में आज दिनांक-08.02.2024 को कबीरधाम पुलिस अधीक्षक डॉ. अभिषेक पल्लव के निर्देशन में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक हरीश राठौर तथा पुलिस अनुविभागीय अधिकारी संजय तिवारी थाना प्रभारी सहसपुर लोहारा, थाना प्रभारी बोडला, थाना प्रभारी पिपरिया एवं थानों में पदस्थ विवेचना अधिकारी उप.निरीक्षक, सहायक उप. निरीक्षक, प्रधान आरक्षक पुलिस अधीक्षक कार्यालय समीक्षा बैठक में उपस्थित हुये।
लंबित प्रकरणों का क्रंमवार बारीकी से की गई समीक्षा
बैठक में पुलिस कप्तान द्वारा क्रमवार विवेचकों से लंबित अपराध चालान, मर्ग, गुम इंसान, शिकायत की समीक्षा कर प्रकरण के संबंध में जो कमी पेशी पाई गई, उसे ठीक करने, विवेचना के स्तर को सुधारने, पूर्व के लंबित प्रकरणों का निराकरण जल्द से जल्द करने, फरार आरोपियों की जल्द से जल्द हर संभव पता तलाश कर माननीय न्यायालय के समक्ष प्रस्तुत करने, अधिक से अधिक समंस वारंट की तमिली करने, वरिष्ठ कार्यालय से प्राप्त पत्रों का जल्द से जल्द जवाब भेजने, थानों में आने वाले ग्रामों की संख्या के आधार पर बीट अधिकारी नियुक्त कर नियुक्त पुलिस अधिकारी/कर्मचारियों को अपने बीट की समस्त जानकारी बीट रजिस्टर में अंकित करने व अपने वरिष्ठ अधिकारियों को अवगत कराने कहा गया।
प्रत्येक सप्ताह समीक्षा बैठक में विवेचकों को देना होगा प्रोग्रेस रिपोर्ट
विवेचना अधिकारी को जो केस डायरी प्राप्त हुआ है, उस केश की विवेचना में आगे क्या कार्यवाही हुई है, आरोपी गिरफ्तार हुआ कि नहीं, नहीं हुआ तो आगे क्या कार्यवाही आरोपी को पकड़ने की जा रही है, आदि जानकारी समीक्षा मीटिंग में विवेचकों को पुलिस कप्तान को देनी होगी।
अपराधियों एवं अपराध को संरक्षण देने वाले अधिकारी कर्मचारी कि खैर नही
पुलिस कप्तान द्वारा बैठक में उपस्थित समस्त पुलिस के विवेचना अधिकारियों को अवैध शराब बिक्री, अवैध मादक पदार्थ गाँजा परिवहन एवं बिक्री, जुआ, सट्टा, नशीली दवाइयों के कारोबार करने वाले, चोरी का सामग्री खरीदने वाले कबड्डी, हर असामाजिक तत्वों पर सख्त से सख्त उचित वैधानिक कार्यवाही करने हिदायत दिया गया है। साथ ही यह भी स्पष्ट किया गया है, कि यदि कोई भी अधिकारी कर्मचारी ऐसे अपराध में अपनी सहभागिता या संलिपिटता रखता है, तो वह अपना बोरिया बिस्तरा बांध ले।
थाने में आने वाले पीड़ित/ प्रार्थियों से करें मानवीय व्यवहार
पुलिस कप्तान के द्वारा थाने में अपनी शिकायत दर्ज करने आने वाले प्रार्थियों से विनम्रता पूर्वक व्यवहार करते हुए उनकी समस्याओं को जान कर जल्द से जल्द उन समस्याओं का निराकरण करें। सहज भाव से प्रार्थी गण से चर्चा करने से उनके साथ घटित घटना की जानकारी वे स्पष्ट रूप से बताते हैं जिससे सारी बातें स्पष्ट तौर पर एफ.आइ.आर में दर्ज की जा सकती हैं। जिससे आरोपी के विरुद्ध उचित कार्यवाही की जा सकेगी।
विजुअल पुलिसिंग पर दें जोर
पुलिस और जनता के बीच बेहतर संबंध स्थापित करने गाँव-गाँव में “पुलिस जन चौपाल” लगाकर ग्रामीण, वनांचल क्षेत्र में अपराध घटित करने वाले असामाजिक तत्वों के विषय में आवश्यक जानकारी इकट्ठा कर असामाजिक तत्वों पर सख्त से सख्त उचित वैधानिक कार्यवाही कर क्षेत्र को पूर्णता अपराध मुक्त बनावें।
समीक्षा बैठक में ही जारी होगी इनाम और सजा का आदेश
ईमानदारी से अपने कर्तव्यों का निर्वहन करने वाले विवेचना अधिकारी पुलिस के जवानो को पुलिस कप्तान के द्वारा तत्काल दिया जायेगा उचित इनाम एवं लापरवाही पूर्वक कार्य करने वाले तथा अपराध में सनलिप्त अधिकारी कर्मचारी पर होगी दंडात्मक विभागीय कार्यवाही।