मवेशियों में संक्रामक बीमारी के रोकथाम और नियंत्रण के लिए प्रशासन अर्लट,कलेक्टर के निर्देश पर पशुपालन विभाग द्वारा घर-घर टीकाकरण अभियान शुरू
कवर्धा। जिले के मवेशियों में लंपी वायरस के लक्षण देखने को मिल रहे हैं। मवेशियों में लंपी वायरस के लक्षण की सूचना मिलने पर तत्काल पशु चिकित्सा विभाग द्वारा मवेशियों का उपचार किया जा रहा है। जिले में लंपी वायरस से किसी भी पशु की मृत्यु की सूचना प्राप्त नहीं हुई है, जिले में स्थिति समान्य है। लम्पी स्किन डिसीज को लेकर जिला प्रशासन अर्लट है। कलेक्टर जनमेजय महोबे के निर्देश पर पशु चिकित्सा विभाग द्वारा घर-धर जाकर टीकाकरण कार्य किया जा रहा है।
पशु चिकित्सा विभाग के उपसंचालक ने बताया जिले की रैपिड रिस्पांस टीम द्वारा वार्डो में जाकर पशु पालकों से स्वतः भेंट किया गया एवं लम्पी स्किन डिसीज के संबंध में जानकारी लिया गया तथा पशुओं को भी देखा गया। अलग-अलग वार्डो में लगभग 700-800 पशुओं का निरीक्षण किया गया, जिसमें वार्ड क्रमांक 13 (यादव पारा) विकासखण्ड लोहारा के 03 पशु पालकों के 02 गाय एवं 03 बछडे़ में लक्षण दिखे। उक्त पशुओं का तत्काल उपचार टीम के द्वारा कराया गया एवं पृथक शेड में रखवाया गया। उन्होंने बताया कि शेष पशुओं में लक्षित कर लगभग 400 टीकाकरण किया गया।
उन्होंने बताया कि लगातार टीकाकरण कार्य घर-धर जाकर किया जा रहा है। पशुओं के शेड में धुआं कराया जा रहा है। 01 प्रतिशत फार्मलीन सॉल्यूशन से पशु शेड का निर्जन्तुकरण तथा औषधियों से पशुओं में डी-टिकिंग, नीम के पानी से पशुओं को नहलावाया, जो आवारा पशु है, जिनके मालिक नही है उनका भी परीक्षण कराया जा रहा है। उन्होंने बताया कि उपरोक्त लक्षण वाले पशुओं में उपचार के बाद काफी सकारात्मक परिणाम मिल रहे है एवं बीमार पशु खाना एवं पानी पी रहे है। कोई भी पशु की मृत्यु नही हो रहा है। गौठानों में भी शिविर के माध्यम से टीकाकरण कराया जा रहा है। वर्तमान स्थिति अनुसार गौठानों के पशुओं में लम्पी स्किन डिसीज का लक्षण नही पाया गया है। पर्याप्त मात्रा में औषधि एवं टीकाद्रव्य का भण्डारण किया जा चुका है।
प्रदायित बंटन का 20 प्रतिशत राशि से कुल 74 हजार 900 टीकाद्रव्य क्रय कर लिया गया है, जिसमें से 34 हजार 70 डोज का टीकाकरण कार्य पूर्ण किया जा चुका है, शेष टीकाकरण की कार्य एक सप्ताह में पूर्ण कर लिया जाएगा। पूर्व वर्ष में कुल 1 लाख 27 हजार डोज टीकाद्रव्य क्रय किया गया था। जिसमें 1,21,703 डोज का टीकाकरण कार्य पूर्ण कर लिया गया था। जिले के अन्य स्थानों पर लम्पी स्किन डिसीज रोग की सूचना प्राप्त नही हुई है। माह अप्रैल 2023 के बाद टीकाकरण कार्य प्रगति पर है। संक्रमित पशुओं को खुले में न छोड़ने हेतु पशुपालकों से अपील की गई है। जिले में पदस्थ विभागीय अमलों एवं अन्य पैरावेट्स को सतत् निगरानी के लिए निर्देशित किया गया है।