बाजार चारभाठा और आसपास के किसानों ने गौ-सेवा के लिए दान किए 45 ट्रेक्टर पैरा
कवर्धा। राज्य सरकार की ग्रामीण अर्थव्यवस्था पर आधारित सुराजी गांव योजना के अंतर्गत गांव-गांव में संचालित गौठान को अब जिले के किसान अपना समझ रहे है। किसान और ग्रामीणजन गौठान को अपना समझकर गौ-माता की सेवा के लिए पैरादान कर रहे है। सहसपुर लोहारा विकासखण्ड के बाजार चारभाठा और आसपास के दस से पन्द्रह गांव के किसानों ने गौ-सेवा के लिए 45 ट्रेक्टर पैरा दान किया। पैरादान पिछड़ा वर्ग आयोग के सदस्य महेश चन्द्रवंशी की अगुवाई में किया गया।
कलेक्टर जनमेजय महोबे आज बाजार चारभाठा में आयोजित गौ-सेवा के लिए पैरादान महादान कार्यक्रम में शामिल हुए। कलेक्टर ने गौमाता की पूजा अर्चना एवं तिलक लगाकर कर पैरा से भरे ट्रेक्टर को रवाना किया। कलेक्टर ने गौ-सेवा के लिए पैरादान करने वाले सभी किसानों और ग्रामीणजनों का स्वागत और अभिनंदन किया। उन्होने कहा कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल द्वारा पैरादान करने की अपील के बाद जिले में पैरादान करने के लिए एक अभियान चलाया जा रहा है। जिला स्तर पर भी पैरादान करने के लिए जिले के किसानों और ग्रामीणजनों को प्रेरित किया जा रहा है। उन्हांने कहा कि फसल कटाई के बाद पैरा को आग नहीं लगना चाहिए। आग लगाने से पर्यावरण प्रदूषित होता है साथ ही मिट्टी की उर्वरा शक्ति कम हो जाती है। उन्होंने कहा कि ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूत बनाने की दिशा में राज्य शासन द्वारा नरवा, गरवा, घुरवा और बारी योजना संचालित की जा रही है। यह योजना शासन की प्राथमिकता में शामिल है।
जिले में गरवा योजना के तहत गौवंशीय मवेशियों की सरंक्षण एवं संवर्धन के लिए तीन सौ से अधिक गांवों में गौठान संचालित की गई है। 299 गौठानों में गोधन न्याय योजना के तहत गोबर की खरीदी की जा रही है। गौठानों में ग्रामीण अर्थव्यवस्था को बेहतर बनाने के लिए आजीविका के विभिन्न गतिविधियां संचालित की जा रही है। जिले के हजारों किसान गोधन न्याय योजना से जुड़कर लाखों रूपए की आमदनी प्राप्त कर रहे है। महिला समूह की महिलाएं गौठानों में खेती-बाड़ी कर और जैविक खाद बनाकर लाखों रूपए की अतिरिक्त आमदनी का जरिया बना रहे है। उन्होने कहा कि पैरादान कर किसानों ने अपने गांव के गौठान को अपना समझने का परिचय दिया है।
राज्य पिछड़ा वर्ग आयोग के सदस्य महेश चन्द्रवंशी ने कहा कि आज क्षेत्र के लगभग 10 से 15 गांव के किसानों और ग्रामीणजनों ने पैरादान महादान अभियान चलाकर 45 टै्रक्टर पैरादान किया है। सभी पैरा आसपास के 11 गौठानों में जमा किया जाएगा। उन्होने कहा कि राज्य शासन और जिला प्रशासन द्वारा पैरादान के अभियान से किसान जुड़ रहे है और स्वप्रेरणा से पैरादान कर रहे है।
उन्होंने कहा कि गौठान सुराजी गांव के सपने का साकार कर रहा है। इस योजना से गौमाता और भैसवंशीय मवेशी के साथ-साथ अन्य पशु-पक्षियों का भी संरक्षण और संवर्धन हो रहा है। गौठान में मवेशियों के जाने के बाद वहां पैरा के नीचे धान के दाना और पानी पीने के लिए बड़ी संख्या में पक्षियां भी आती है, इससे पक्षियों का भी सरंक्षण और संवर्धन हो रहा है। साथ ही गोपालक, गोबर विक्रेता, जैविक खाद बनाने वाले समूह की माता-बहनों का भी अर्थिक विकास हो रहा हैं। कैबिनेट मंत्री मोहम्मद अकबर के निज सहायक किर्तन शुक्ला ने आभार व्यक्त किया।
इस आयोजन में जिला पंचायत सीईओ संदीप अग्रवाल, अनुसुचित जाति प्राधिकरण के सदस्य दिनेश कोसरिया, गौतम शर्मा, रामकुमार ठाकुर, राजु चन्द्रवंशी, फलित चन्द्रवंशीय, चतुरानन सिंह, पारस राजपूत, कल्याणी कौशिक, भारत चन्द्राकर, रामराम रजक, रामधार कौशिक, गिरधर कौशिक, हेमराज सहित अन्य जनप्रतिनिधि और वरिष्ठ किसान उपस्थित थे।