बोड़ला ब्लॉक के वनांचल गांव छुही में धूमधाम से मनाया गया भोजली पर्व, दी गई विदाई


आशु चंद्रवंशी, कवर्धा। कबीरधाम जिले के बोड़ला विकासखंड अंतर्गत ग्राम छूही में छत्तीसगढ़ के पारंपरिक लोक महापर्व भोजली का त्योहार हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। भोजली विसर्जन के लिए गांव में भजन कीर्तन के साथ लोग समूह में निकले। भोजली गीत के साथ आगे-आगे भोजली को सिर पर रखकर चलती रही। बच्चों एवं महिला वर्ग भोजली उत्सव को लेकर काफी उत्साहित दिखाई दे रहे थे। इस अवसर पर ग्राम के बोड़ला भाजपा मंडल अध्यक्ष मोहन धुर्वे ने कहा कि भोजली का पर्व हमारी विशिष्ट छत्तीसगढ़ी संस्कृति है। भोजली मित्रता का उत्सव भी है। छत्तीसगढ़ में मित्रता के अटूट बंधन के लिए भोजली बदलने की परम्परा रही है। इस तरह भोजली केवल पारम्परिक अनुष्ठान नहीं रह जाता अपितु लोगों के दिलों में बस जाता है। जब हमारी संस्कृति बचेगी तभी हम बचेंगे। जब हमें अपनी संस्कृति पर गौरव होगा, तभी हमारा आत्मविश्वास भी बढ़ेगा। गांव के मुख्य चौराहे से निकलकर हर एक गली-मुहल्ले में झूमते गाते हुए भजन-कीर्तन के साथ देवी गंगा लोकगीत गाते हुए भोजली विसर्जन किया गया। इस दौरान पूजा अर्चना किया गया। विसर्जन के बाद भोजली बड़े-बुजुर्गों को भेंट कर आशीर्वाद लिया गया। मित्रता सौहार्द व सामाजिक समरसता का संदेश दिया गया। एक-दूसरे को भोजली देकर मितान बनाने की परंपरा का भी निर्वहन किया गया। भोजली विसर्जन के मौके पर बोडला भाजपा मंडल अध्यक्ष मोहन धुर्वे,सरपंच राजवंतीन मोहन धुर्वे, हरि परते ,सीताराम परते, मिठ्ठू साहू प्रीतराम धुर्वे,रामप्रसाद विश्वकर्मा, इंदल मरकाम, पंच जोहित, प्यारे धुर्वे सहित समस्त ग्रामवासी मौजूद रहे।