राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ने भोरमदेव में किया शंखनाद कार्यक्रम

आशु चंद्रवंशी, कवर्धा। जिला प्रचार प्रमुख संजय धुर्वे ने बताया कि सोमवार को राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ, जिला कबीरधाम के घोष विभाग द्वारा शंखनाद कार्यक्रम का आयोजन छत्तीसगढ़ का खजुराहो भोरमदेव पावन स्थल भोरमदेव मंदिर परिसर में किया गया। इस अवसर पर कुल 24 वादकों ने अपनी कला का प्रदर्शन किया।
आनक ,शंख ,वेणु ,ताल ,प्रणव,कुल छह रचनाएँ: शंख रचना किरण, उदय, श्रीराम,वेणु रचना प्रयोग एक, प्रयोग दो
कार्यक्रम में आनक, वेणु, प्रणव एवं ताल के साथ सामूहिक घोष वादन प्रस्तुत किया गया। जिला घोष प्रमुख मनहरण वरबे ने बताया कि शंखनाद कार्यक्रम का यह दूसरा वर्ष है। उन्होंने कहा कि इस प्रकार का घोष वादन स्वयंसेवकों के मन में उत्साह, साहस और उमंग का संचार करता है। इसे रणघोष भी कहा जाता है, जो युद्धकाल में उत्साह एवं वीरता जागृत करने वाला संगीत रहा है। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि इससे स्वयंसेवकों की शारीरिक, मानसिक एवं बौद्धिक क्षमता में वृद्धि होगी तथा वे किसी भी आपदा की परिस्थिति के लिए सदैव तैयार रहेंगे।
भोरमदेव मंदिर परिसर में आयोजित इस कार्यक्रम को देखकर जनसामान्य मंत्रमुग्ध होकर आनंदित हो उठे।
इस अवसर पर सह जिला कार्यवाह रवि वर्मा, दुर्ग विभाग शारीरिक शिक्षण प्रमुख,जिला घोष प्रमुख मनहरण वरबे, जिला शारीरिक शिक्षण प्रमुख बीरेलाल पटेल,सह जिला शारीरिक शिक्षण प्रमुख राजकुमार विश्वकर्मा,पूर्व घोष प्रमुख ललित ठाकुर , घोष वादक दल तथा बाल एवं ज्येष्ठ स्वयंसेवक उपस्थित रहे।