छंद परिवार के 9वाँ स्थापना दिवस, पुस्तक विमोचन, सम्मान समारोह अउ राज्य स्तरीय कवि सम्मेलन समारोह होइस सम्पन्न

कवर्धा। इतवार के दिन दिनाँक- 04-05-2025 के
स्थान- वृन्दावन हाल रायपुर में छत्तीसगढ़ के लगभग 22जिला के कवि लेखक छंदकामन संघरे लहीन|
‘छंद के छ’ परिवार के ये 9वाँ सॆथापना दिवस समा रोह रहीस| ये समारोह एकविशिष्ट छाप लिए अनुपम अउ अद्भुत साहित्यिक विशिटता वाले गौरवपूर्ण आयोजन रहीस जेन कर मूल उद्देश्य ‘सीखना अउ सिखाना’ हे| अ इसन पबरित भावबोध लिए आयोजन के माई पहुनॎ रहिन- डाॕ अभिलाषा बेहार (सचिव- छत्तीसगढ़ी राज भाषा आयोग )
खास पहुना- डॉक्टर सुधीर शर्मा (वरिष्ठ साहित्यकार ) अउ
पगरइत रहीन- रामेश्वर शर्मा ( वरिष्ठ साहित्यकार, गीतकार)
दूर-दराज ले पहुँचइया छंद साधक – साधिका, साहित्यकार अउ पहुनामन बर गरमागरम पोहा जलेबी के नाश्ता अउ चाय के व्यवस्था रिहिस |
सबले पहिली पहुनामन के द्वारा दीप-प्रज्ज्वलित कर छत्तीसगढ़ी भाखा महतारी तेलचित्र के पूजा अर्चना होइस। बलराम चंद्राकर द्वारा छत्तीसगढ़ी भाखा महतारी के गुरुदेव श्री अरुणकुमार निगम के द्वारा लिखें गीत के प्रस्तुति दे गिस | पहुनामन के स्वागत सत्कार पुष्पमाला पहिराके करे गिस। स्वागत भाषण अउ छंद के छ उद्देश्य उपर गुरुदेव श्री अरुणकुमार निगम जी अपन सारगर्भित विचार रखिन |तेखर पाछू पुस्तक विमोचन होइस।
पुस्तक विमोचन-
ये कलयुग के गोठ (कुंडलिया छंद संग्रह)- श्री अजय ‘अमृतांशु’, चर्चाकार -श्री पोखनलाल जायसवाल
जयकारी के रंग( चौपई छंद संग्रह )- श्री विजेंद्र कुमार वर्मा, चर्चाकार – श्री ज्ञानुदास मानिकपुरी
छंद त्रिभंगी धारा (त्रिभंगी छंद संग्रह )- श्रीमति संगीता वर्मा, चर्चाकार – डॉक्टर मीता अग्रवाल
छप्पय छंद छानी (छप्पय छंद संग्रह )- श्री पुरषोत्तम ठेठवार, चर्चाकार – श्रीमति चमेली नेताम
श्रीमद भगवद गीता ( छत्तीसगढ़ी अनुवाद )- श्री पुरषोत्तम ठेठवार,
चर्चाकार- श्रीमति दीक्षा चौबे
छंद त्रिभंगी संग्रह ( त्रिभंगी छंद संग्रह )- श्री बोधनराम निषादराज ‘विनायक’,
चर्चाकार – श्री कमलेश प्रसाद शर्मा बाबू
राजिम सार (खंड काव्य संग्रह )- श्री मनीराम साहू ‘मितान’,
चर्चाकार- श्री ईश्वर साहू ‘आरुग’
ममा गाँव जाबो (बालगीत संग्रह )- श्रीमति पदमा साहू ‘पर्वणी’,
चर्चाकार- श्रीमति सुमित्रा कामड़िया
नन्ही दुनिया (हिंदी बालगीत संग्रह )- डॉक्टर इंद्राणी साहू ‘साँची’,
चर्चाकार- श्री राकेश साहू
गजल के ग ( गजल संग्रह मार्गदर्शिका)- श्री अरुण कुमार निगम,
चर्चाकार – श्री मिलन मलरिहा
विद्वान वक्ता मनके द्वारा विमोचित पुस्तक-काव्य के ऊपर समीक्षात्मक अउ विस्तृत रूप लें चर्चा करे गइन | जेन आज भी अच्छा काव्य अव समृद्ध साहित्यिक लगाव ल परिलक्षित करथे|
पुस्तक विमोचन के पिछौली म छत्तीसगढ़ी छंद रतन सम्मान उन सॎधक मनन ल देहे ग इस जिंकर किताब पूर्व म विमोचित होय रहीन| साधक मन हें
चोवाराम वर्मा ‘बादल’, गजानंद पात्रे, मनीराम साहू ‘मितान’, अजय अमृतांशु, पुरुषोत्तम ठेठवार, बोधनराम निषादराज, विजेंद्र वर्मा, संगीता वर्मा अउ इंद्राणी साहू ला उँखर छंदबद्ध पुस्तक प्रकाशन संलेखन अउ जबर कृति मनन के संग्हन खातिर प्रदान करें गिस |ये मं सबले खास बात रहीस कवर्धा कबीरधाम के छंद साधक ल पहली बखत छत्तीसगढ़ में गजल रतन सम्मान ले नवाजे गइस|
सुखदेव सिंह अहिलेश्वर ला गजल रतन सम्मान उँखर गजल के किताब मुस्कात बाली धान के बर प्रदान करें गिस | ये सत्र के संचालन श्री अजय अमृतांशु जी करिन |
अब पारी आइस विहंगम कविसम्मेलन के
भव्यतम आगाज लिए अपन चिर- परिचित अंदाज ले ये कर शुरुआत करिन जितेंद्र वर्मा ‘खैरझिटिया’ जी। सधे हुवे संचालन ले उपस्थित जम्मो पहुना कवि अ उ श्रोता मन के मन मोह लिस| पचीस झन ले आगर छंद साधक मन के प्रस्तुति भहुत ही आकर्षक अ उ मन भावन रहीस| सबो कविमन ल प्रस्सस्ति पत्र दे के सम्मानित करे गइस|
भोजन बर बिराम देवत हमर छत्तीसघढ़ी परंपरा के दुपहरी जेवन होइस|सोहाँरी, भात,राहेर दार, चना सब्जी, रायता , रमकेरिया सब्जी, अउ मीठा मा गुलाबजामुन के बेवस्था आयोजक मंडल मन करें रिहिन |
भोजन के बाद कविसम्मेलन के तीसरइया सत्र शुरूआत होइस | ये सत्र के संचालन मंचसंचालक अउ ओज के जानेमाने सशक्त हस्ताक्षर ईश्वर साहू आरुग करिन | बीच-बीच मा पहुना मनन के उद्बोधन आशीर्वचन चलत रिहिस। माई पहुना डाॕ अभिलाषा बेहार जी मन अपन उद्बोधन मा कहिन के मोर पिताजी पद्मविभूषण डॉक्टर सुरेंद्र दुबे जी मन के साहित्यिक गुरु श्री दानेश्वर शर्मा जी मन आय अउ श्री दानेश्वर शर्मा जी के गुरु जनकवि श्री कोदूराम दलित जी मन आय | अउ भावकथन मं कहिन के बरगद के पेड़ के छाया मा कोनो अउ दूसर पेड़ नइ जामय फेर श्री निगम जी हा अपन छत्रछाया मा कतकोन छंदकार सिरजाय हवँय| अपन सारगर्भित उद्बोधन मा कहिन निगम जी मन ला छत्तीसगढ़ी भाखा बर काम करइया सबले पहिली व्यक्ति मानथँव | विशिष्ट अतिथि डॉक्टर सुधीर शर्मा जी कहिन छंद के छ गुरुकुल एक विश्वविद्यालय आय तेखर कुलपति श्री निगम जी आय | मोर बड़े सौभाग्य हे के इहाँ के छंद साधक मनके पुस्तक मोला छापे बर मिलथे | पगरैती उद्बोधन मा श्री रामेश्वर शर्मा जी मन कहिन ये हमर बर बड़ सौभाग्य हे जेन आपमन के पहुनाई करें के मौका मिलिस, अउ कहिन साहित्यकार मन के कोनो जाति नइ होय, साहित्यकार मन ला जाति बंधन लें मुक्त होके देश, समाज मा फइले कुरीति उपर अपन कलम चलाना चाही | वरिष्ठ शायर ज़नाब गौहर जमाली जी , गीतकार दिनेश चौहान जी, नरेंद्र वर्मा जी , लक्ष्मीकांत वैष्णव जी उपस्थित रिहिन|
उपस्थित कविमन अलग-अलग रंग मा रँगे अउ अलग- अलग विधा- विषय ऊपर गीत, कविता, छंद अउ ग़ज़ल सुनाइन। 22 जिला के लगभग 150 ले आगर छंद साधक -साधिका मन कार्यक्रम मा संघरिन। पहुनामन ला मंच डहर ले स्मृति चिन्ह अउ साल भेंट करे गिस।
सँझा बेरा गरमागरम चाय के व्यवस्था घलो करे गे रिहिस हे। उपस्थित कविमन लके घलो मंच द्वारा सम्मान करे गिस। आभार व्यक्त श्री सूर्यकान्त गुप्ता जी करिन। साउंड सर्विस बहुत सुन्दर रिहिस, जम्मों कार्यक्रम के फोटो अउ वीडियो सूटिंग श्री जितेंद्र वर्मा ‘वैद्य’ अउ महेंद्र कुमार जी करिन हे |
कार्यक्रम के संयोजक – श्री अरुण कुमार निगम -संस्थापक छंद के छ रहिन | कवर्धा कबीरधाम डहन ले छंदकार कवि गजलकार ज्ञानुदास, बोधनराम, सुखदेव , द्वारिका मौज़, देवचरण ,आनंद, अउ अश्वनी शामिल होइन।