भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गई योजना : नल जल योजना का बुरा हाल,गांवों में पानी टंकी बने शोपीस,टंकियां प्यासी…नल हैं उदास
आशु चंद्रवंशी,बड़ेगौटिया/कवर्धा। ग्रामीण क्षेत्रों में लोगों को शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराने के उद्देश्य से लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग की अति महत्वपूर्ण नल जल योजना का इन दिनों बुरा हाल है। हर घर स्वच्छ जल पहुंचाने के मकसद से शुरू की गई यह योजना की पूरे जिले में हालत खराब है।स्वच्छ जल प्रदाय योजना के तहत गांव में बनाए गए पानी टंकी सिर्फ शो पीस बनकर रह गए हैं।योजना के अंतर्गत ग्राम कबीरधाम जिले के बोड़ला ब्लॉक अन्तर्गत ग्राम नेऊरगांव कला सहित कई गांवों में बनाए गए पानी टंकी पिछले कई वर्षों से बनकर तैयार है।पाइप लाइन विस्तार का कार्य पूर्ण हो चुका है।नल कनेक्शन भी दे दिए गए हैं। लेकिन अब तक टंकी शुरु नहीं की जा सकी है।जिसके कारण ग्रामीण पानी के दूसरे विकल्पों पर निर्भर हैं। इस ओर नहीं पीएचई अधिकारी ध्यान दें रहें न जनप्रतिनिधि ऐसे में योजना कैसे सफल होगी, यह विचारणीय है।
टंकी में नहीं आया पानी : नेऊरगांव के ग्रामीणों ने बताया कि “पानी टंकी बनकर तैयार है घरों में नल कनेक्शन भी दे दिए गए हैं। लेकिन अब तक पानी टंकी से घरों में पानी नहीं आया”।
इस संबंध में बोड़ला पीएचई एसडीओ गोपाल ठाकुर से बात करने कई बार मिलने की कोशिश किया गया, लेकिन एसडीओ साहब तो ऑफिस ही नहीं आते,उनसे मुलाकात नहीं हो पाया। फ़ोन के माध्यम से इस विषय पर बात करना चाहा लेकिन सहाब तो फोन ही नहीं उठाते।”
ज़िला पीएचई अधिकारी से भी इस विषय पर बात करना चाहा लेकिन जिले के पीएचई विभाग के बड़े सहाब भी फोन नही उठाए।
अब देखना यह होगा की क्या इस विषय पर जिले के नए कलेक्टर साहब गोपाल वर्मा जी क्या कार्यवाही करते है,या सिर्फ नल जल योजना का बुरा हाल,होकर गांव में पानी टंकी शोपीस ही रह जाएंगे।