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“शहीदों के नाम रक्तदान” जरूरतमंद के लिए आवश्यक :- वाल्मिकी वर्मा

आशु चंद्रवंशी/ कवर्धा। कबीरधाम जिले के आचार्य पंथ श्री गृन्धमुनि नाम साहेब शासकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय कवर्धा में विगत पांच वर्षो से “युवा द्वारा रक्तदान-शहीदों के नाम” विशाल शिविर का आयोजन किया गया।इस शिविर में 77 युवाओं ने रक्तदान कर आयोजन को और अविस्मरणीय बना दिया,शिविर की परिकल्पना को साकार के लिए युवा कांग्रेस कवर्धा अध्यक्ष वाल्मिकी वर्मा के नेतृत्व में यह शिविर संपन्न हुआ।

जिसमे मुख्य अतिथि क्रेडा आयोग सदस्य कन्हैया अग्रवाल,जनभागीदारी अध्यक्ष मोहित महेश्वरी,योग आयोग सदस्य गणेश योगी,महिला जिला अध्यक्ष गंगोत्री योगी,राजेश मखीजानी,धनूक वर्मा,नेतराम जघेल,प्रदेश महासचिव अनिमेष सिंह,खैरागड़ युवा कांग्रेस जिलाध्यक्ष गुलशन तिवारी,सुमीत जैन,शिवप्रसाद वर्मा,सेवादल जिलाध्यक्ष मुकेश झरिया,बृजेश कौशिक,दीपक ठाकुर,जय साहू,मुकेश कौशिक,आरिफ खान,इंद्रा दास बंजारे,ऋषि तिवारी,पवन तिवारी,पदुम सेन,प्राचार्य डा बी.एस चौहान,डा रिचा मिश्रा,दीपक देवांगन,दीप्ति जांगड़े,मुकेश कामले,नरेंद्र कुलमित्र,अनिल शर्मा,मति सुनिता जाघड़,कविता कन्नौज,एल.एन.कुर्रे,खेलन महुले,धर्मेंद्र साहू,जय मेहरा सहित गुरुजनों,प्रबुद्धजनों का मार्गदर्शन रहा।

सर्वप्रथम मां सरस्वती एवं सत्य अहिंसा के पुजारी आजादी के महानायक राष्ट्रपिता महात्मा गांधी जी का पूजा अर्चना कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया,रक्तदान के इस संदेश को छात्र-छात्राओं के माध्यम से “सर्वधर्म-सर्ववर्ग” समाज में जागरूकता लाने व जरूरतमंद लोगों को समय मे रक्त मिले।इसी उद्देश्य को लेकर यह रक्तदान शिविर प्रतिवर्ष की भांति इस वर्ष भी किया गया।

युवाओ के चहेते अश्वनी वर्मा और युवा कांग्रेस अध्यक्ष कवर्धा वाल्मिकी वर्मा ने बताया कि रक्तदान को महादान कहा जाता है,क्योंकि रक्तदान करके एक व्यक्ति किसी दूसरे व्यक्ति की जान बचाता है।इतना ही नहीं उनके परिवार के लिए खुशियां देता है,अपने शरीर का रक्त किसी के लिए दान कर देना ही सबसे बड़ा पुण्य माना जाता है।रक्तदान स्वास्थ्य के लिए लाभदायक और फायदेमंद होता है,यह एक अच्छा अवसर भी है,किसी दूसरे के रगों में बहने का।

व्यक्ति के मन में रक्तदान करने से जुड़े कई भ्रम की वजह से लोग रक्तदान नहीं कर पाते।कभी कभी लोगों को समय पर रक्त ना मिलने पर सैकड़ों लोगों की जान चली जाती है। स्वैच्छिक रक्तदान से प्राप्त रक्त ही सबसे सुरक्षित होता है।गर्भवती माताओं एवं अन्य गंभीर रूप से बीमारी जैसे सिकलिन,दिल की बीमारी कैंसर,विटामिन की कमी,कुपोषण ग्रसित बच्चों को रक्तदान कर उन्हें उपहार में जीवन देते हैं।जब हमारा कोई अपना खून के लिए जिंदगी और मौत के बीच जूझता रहता है,और रक्त उपलब्ध ना हो तभी हमें रक्तदान का महत्व पता चलता है।

प्रमुख रूप से 77 रक्तवीर ने किया रक्तदान

उक्त कार्यक्रम में प्रमुख भूमिका निभाने वाले नारद चंद्रवंशी, जितेंद लहरे,अमित वर्मा,राजेश पात्रे,प्रकाश चंद्रवंशी,आनंद चंद्रवंशी,देवकुमार चंद्रवंशी,गजेंद्र वर्मा,परमानंद वर्मा, चिंतामणी चंद्रवंशी,रोहित चंद्रवंशी,विकास चंद्रवंशी,सहदेव चंद्रवंशी,रामगोपाल वर्मा,अजय वर्मा,लोकेश वर्मा,घनश्याम साहू,भोला चंद्रवंशी,दीपक पाली,आनंद कुंभकार,गोवर्धन चंद्रवंशी,मनोज चंद्रवंशी,पप्पू चंद्रवंशी,कोमल वर्मा,रामू लांजी,मोहन वर्मा,रामनारायण वर्मा,प्रेम चंद्रवंशी,किरण वर्मा,अमन वर्मा,प्रवीण वर्मा, अनुरुध वर्मा,मुकेश सेन,गुलाब वर्मा,शैलेंद्र वर्मा,विनोद साहू,बलदेव साहू,भोला चंद्रवंशी,सुमित वर्मा,राकेश वर्मा,अजय निषाद,निखिल वर्मा,लंकेश्वर वर्मा,पप्पू पनागर,शिवमंगल पटेल,दीपक,प्रदीप झारिया,ध्रुव श्रीवास,राजाराम जयसवाल,सूरज पात्रे,अनिकेश बैरागी,जीतराम धुर्वे,पुरुषोत्तम चंद्रवंशी,शिव चंद्रवंशी,राजेंद्र धुर्वे,आशीष कुमार दुबे,वीरेंद्र ठाकुर, मुकेश वर्मा,इंद्रजीत मोहल्ले,कीर्तन पटेल,हेमंत सोनवानी,परवीन दिवाकर,आशीष पात्रे,यज्ञा मरावी,भेजराम,मनीष सिंह राजपूत, सिद्धार्थ ठाकुर,प्रमोद कुर्रे,अनुज वर्मा,निलेश वर्मा,आशीष वर्मा,राकेश तिवारी,हेमंत वर्मा,लक्ष्मीनारायण जायसवाल,अजय निषाद,विकेश कुमार साहू,सुनील साहू,कृष्णा यादव,विनोद वर्मा,राकेश वर्मा,जयप्रकाश वर्मा,मनीष चंद्रवंशी,गणेश साहू,संदीप कुर्रे,मुकेश,अनिल कुमार वर्मा,दीपक पाली,धर्मराज वर्मा,अजय चंद्रवंशी,पुरुषोत्तम चंद्रवंशी,परमेश्वर साहू,जितेंद्र कुमार पटेल,सत्यम पटेल, गया राम यादव,पप्पू पनागर,दुर्गेश वर्मा,मनोज चंद्रवंशी,केदार साहू,पप्पू यादव सहित सैकड़ों की संख्या में रक्तवीर और युवा उपस्थित रहे।

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