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जालेश्वर महादेव डोंगरिया में आयोजित चंद्रनाहू कुर्मी क्षत्रिय समाज के आदर्श विवाह में कवर्धा राज के पदाधिकारी हुए सम्मिलित, वर वधु को दिया आशीर्वाद

कवर्धा। कबीरधाम जिले के श्री जालेश्वर महादेव धाम डोंगरिया कला में आज चंदनाहू कुर्मी क्षत्रिय समाज के एक जोड़े का आदर्श विवाह विधि विधान से सम्पन्न हुआ।इस आदर्श विवाह में वर वधू को आशीर्वाद देने के लिए चंद्रनाहू कुर्मी क्षत्रिय समाज कवर्धा राज के पदाधिकारीगण सम्मिलित हुए। जिसमें लाल बहादुर चंद्रवंशी अध्यक्ष कवर्धा राज, कमल चंद्रवंशी सचिव कवर्धा राज, शत्रुघ्न चंद्रवंशी उपाध्यक्ष,द्वारिका चंद्रवंशी अध्यक्ष पलानसरी उपक्षेत्र,खगेस चन्द्रवशी अध्यक्ष खरहट्टा उपक्षेत्र, केशव चंद्रवंशी राज प्रतिनिधि,अनिल चंद्रवंशी, रामप्रसाद चन्दवशी सरपंच कानहाभैरा, बालाराम, रवि,मोहन, द्वारिका, मुरली परसवारा, घनश्याम, अयोध्या चंद्रवंशी सहित सामाजिक लोगों एवं परिवारिक लोगों की उपस्थिति में रीति रिवाज के अनुसार विवाह कार्यक्रम संपन्न हुआ।

चंद्रनाहू कुर्मी क्षत्रिय समाज कवर्धा राज द्वारा सामाजिक नियमावली लागू करने के पश्चात यह प्रथम आदर्श विवाह आयोजित होने के कारण कवर्धा राज अध्यक्ष लालबहादुर चंद्रवंशी के द्वारा समाज की ओर से ११०००/रूपए आशीर्वाद के रूप में वधू को प्रदान किया गया। जिससे कुर्मी समाज में आदर्श विवाह कराने हेतु सामाजिक लोगों में जागरूकता आयेगी। कुर्मी क्षत्रिय समाज विभिन्न सामाजिक कुरीतियों तथा फिजूलखर्ची पर रोक लगाने हेतु सभी सामाजिक गांवों में सामाजिक नियमावली का पालन कराने के लिए अभियान चलाया जा रहा है, जिसमें सभी सामाजिक व्यक्तियों द्वारा सामाजिक नियमावली का पालन करने के लिए भरपूर सहयोग मिल रहा है।

चंद्रनाहू कुर्मी क्षत्रिय समाज का उपक्षेत्र का बैठक में 9 सामाजिक नियमावली पर किया गया था चर्चा

खरहट्टा उपक्षेत्र के अध्यक्ष खगेश चंद्रवंशी ने बताया कि चंद्रनाहू कुर्मी समाज में अब विवाह लगने पर उपक्षेत्र में पंजीयन कराना आवश्यक व अनिवार्य होगा। जन्मोत्सव व शादी पार्टी में गिफ्ट बंद किया जाए। गिफ्ट के स्थान स्वेच्छा अनुसार राशि दिया जाए। डीजे व धुमाल पूर्णत: प्रतिबंधित है।मृतक कार्य के दिन घर वाले परिवार व ससुराल पक्ष को छोड़कर कपड़ा ले जाना निषेध है। कपड़ा के स्थान पर सहयोग राशि दिए जाए। करीबी रिश्तेदारों को ही दशगात्र में निमंत्रण देने व मिठाई, केला भोज में वर्जित है। संधौरी भेजना पूर्णत: वर्जित है। जन्मोत्सव व शादी कार्यक्रम में नशा करना पूर्णत: वर्जित है। पानीग्रहण गोधुली बेला में करने का अधिक से अधिक प्रयास करे। सगाई (भातखाई) कार्यक्रम में अधिकतम 20 परिवारिक लोगों को ही ले जाए। बारात में अधिक से अधिक 100 लोग ही ले जाए। अधिक संख्या में बारात ले जाने पर स्वयं की जिम्मेदारी होगी। समाज में अधिक से अधिक आदर्श विवाह कराने के लिए प्रोत्साहित किया जाए। नियम का उलंघन किए जाने पर 51 हजार रुपए सामाजिक सहयोग राशि जमा करना होगा।

नियमों के उलंघन पर दण्ड का प्रावधान

समाज के पदाधिकारियों ने बताया कि समाज में जागरूक लाएंगे व समाज को आर्थिक रूप से मजबूत बनाने के लिए समाज के हर व्यकि को जन्म, मृत्यु व विवाह में होने वाली फिजूल खर्च कम करने के समाज के प्रत्येक व्यक्ति को बताएंगे और जागरुक करेंगे। समाज के हित में 9 सामाजिक नियमावली पहले से प्रस्तावित है, लेकिन अब कड़ाई से इसका पालन कराएंगे, जो नियम का पालन नहीं करेगा, उसे समाज द्वारा दंडित किया जाएगा।

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