CG में बच्चा चोरी को लेकर फर्जी पोस्टर, सोशल मीडिया में हो रहा वायरल, पुलिस अफसर बोले-हमने नहीं किया जारी
रायपुर। पिछले कुछ समय से इस तरह की अफ़वाह फैल रही है कि छत्तीसगढ़ में बच्चा चोर गिरोह घूम रहा है जिसको लेकर कुछ पॉम्पलेट भी व्हाट्सअप ग्रुप में सर्कुलेट हो रहे है जिससे पुलिस द्वारा जारी करना बताया जा रहा है जबकि ऐसा नही है। दुर्ग में इसको लेकर एक मामला दर्ज हुआ है जिसमें आरोपी गिरफ़्तार हैं। बाक़ी ऐसा कोई गिरोह प्रदेश में सक्रिय होने की जानकारी नहीं है।बहुत से जिलो में त्योहारों के कारण अलग अलग राज्यो से भिखारी आकर घूम रहे है जिसे ग्रामीण क्षेत्रों में बच्चा चोर समझकर मार पीट की घटनायें भी हो रही है । अतः इस तरह के अफ़वाहो पर पर भरोसा ना करें। यदि कहीं किसी नागरिक को किसी पर संदेह होता है तो किसी प्रकार की मारपीट ना करें बल्कि पुलिस को खबर करें, जिसकी जाँच तत्काल की जाएगी
कुछ दिन पहले बच्चा चोरी के शक में दुर्ग जिले के भिलाई-चरौदा बस्ती में 3 साधुओं की पिटाई कर दी गई। यह मामला शांत हुआ भी नहीं था कि मचांदूर थाना क्षेत्र के खोपली गांव में विक्षिप्त व्यक्ति को बच्चा चोर समझकर ग्रामीणों ने कथित तौर मारपीट कर दी। बच्चा चोरी को लेकर कुछ पॉम्पलेट और पोस्टर भी व्हाट्सअप ग्रुप में वायरल हो रहा है, जिसे पुलिस द्वारा जारी करना बताया जा रहा है, जबकि ऐसा बिल्कुल भी नहीं है। पुलिस ने ऐसा कोई गिरोह छत्तीसगढ़ में सक्रिय होने की जानकारी नहीं दी है।
दुर्ग और रायपुर जिले में बच्चा चोरी के शक में घटनाएं होने के बाद भिक्षा मांगने और फेरी करने वालों की परेशानी बढ़ गई है। त्योहारों के कारण अलग अलग राज्यों से भिखारी आकर घूम रहे है, जिसे ग्रामीण क्षेत्रों में बच्चा चोर समझकर मारपीट की घटनाएं भी हो रही है। पुलिस ने कहा कि इस तरह के अफ़वाहों पर पर भरोसा ना करें। यदि कहीं किसी नागरिक पर संदेह है तो मारपीट ना करें बल्कि पुलिस को खबर करें, जिसकी जांच तत्काल की जाएगी। इधर सोशल मीडिया के माध्यम से भी ऐसी अफवाहें तेजी से फैलती जा रही हैं। बच्चा चोरी के वीडियो और पैम्फ्लेट भी सोशल मीडिया में घूम रहे हैं।
फेरीवाले भी दहशत में
गांव से लेकर शहरों में सबसे ज्यादा शक के दायरे में फेरीवाले हैं। इसकी वजह से गांवों में फेरीवालों की संख्या कम हो चुकी है। इसके साथ ही बच्चा चोरी की अफवाह की दहशत इतनी है कि हर घर में बच्चे को बाहर भेजने या खेलने के लिए भी रोका-टोका जा रहा है। इंटरनेट मीडिया के माध्यम से भी ऐसी अफवाहें तेजी से फैलती जा रही हैं। मारपीट के कई वीडियो भी इसको बढ़ावा दे रहे हैं।
पुलिस ने कहा- संदिग्ध दिखे तो थानों में दे सूचना
सोशल मीडिया में एक पोस्टर जारी होने के बाद लोगों में दहशत है। इस पैम्फ्लेट को पुलिस ने फर्जी बताया है। राजधानी रायपुर में फर्जी पैम्फ्लेट पर एसएसपी प्रशांत अग्रवाल ने कहा कि रायपुर सहित प्रदेशभर में बच्चा चोर गैंग के घूमने की अफवाह फैल रही है। आम लोगों से आग्रह है कि बच्चा चोरी के शक में किसी के साथ मारपीट न करें। संदिग्ध व्यक्ति के दिखने पर नजदीकी थाना में जानकारी दें। पुलिस ने किसी तरह का जागरुकता से संबंधित पर्चा जारी नहीं किया है। इधर बच्चा चोर गैंग की अफवाह को लेकर कई गांवों में ग्राम पंचायतों ने कोटवार के माध्यम से मुनादी भी करा दी है। कोई भी संदिग्ध व्यक्ति दिखने पर सबसे पहले पंचायत में सूचना देने की बात भी कही गई है।
गांवों में हो गई मुनादी
बच्चा चोर गैंग की अफवाह को लेकर कई गांवों में ग्राम पंचायतों ने कोटवार के माध्यम से मुनादी करा दी है। इसमें कहा गया है कि कोई भी संदिग्ध व्यक्ति दिखने पर सबसे पहले पंचायत में सूचना दें। कई ग्राम पंचायतों में रात को बारी-बारी से पहरा देना भी शुरू कर दिया गया है।
राजधानी समेत प्रदेशभर में बच्चा चोर गैंग के घूमने की अफवाह फैल रही है। आम लोगों से आग्रह है कि वे बच्चा चोरी के शक में किसी के साथ मारपीट न करें। संदिग्ध व्यक्ति के मिलने पर नजदीकी थाने में जानकारी दें।
-प्रशांत अग्रवाल, एसएसपी, रायपुर
चरौदा में 3 साधुओं से मारपीट करने वाले 14 गिरफ्तार
दुर्ग एसपी अभिषेक पल्लव ने बताया कि जिले के भिलाई-चरौदा क्षेत्र में 3 साधुओं पर जानलेवा हमला करने के मामले में 14 लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। दुर्ग पुलिस ने वायरल हुए मारपीट के वीडियो से पहचान कर अन्य आरोपियों की तलाश कर रही है। जिन तीन साधुओं के साथ मारपीट की गई है, वह राजस्थान अलवर जिला के गोविंदगढ़ के रहने वाले हैं। वहीं दुर्ग जिले के मचांदूर थाना क्षेत्र के खोपली गांव में विक्षिप्त व्यक्ति को बच्चा चोर समझकर कथित तौर पर उसकी पिटाई करने के आरोप में पुलिस ने भेमेंद्र चंद्राकर (37 वर्ष), विकास बंजारे (20 वर्ष) और करण नारंग (33 वर्ष) को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।